राजनीति विशेषज्ञ गोल्डन कुमार,,सबसे पहले बजरंग दल पर कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल और पीएफआई संगठन पर बैन की बात घोषणा पत्र में हो चुका है। एवं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी जरूरत पड़ी तो यहां भी बजरंग दल पर बैंन करने का विचार हो सकता! यह केवल वोट बैंक की राजनीति है, बीजेपी हो या कांग्रेस, जब भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है, यहां के कथावाचक, सिधे ब्यान देते हैं धीरेंद्र शास्त्री (बागेश्वर धाम)और प्रदीप मिश्रा भारत को हिंदू राष्ट्र बनाएंगे। भारत धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र को हिंदू राष्ट्र बनाने वाले बयान देने वालों के खिलाफ क्यों बैन करने की बात नहीं होती। ना इसको बीजेपी कर सकती है ना कांग्रेस कर सकती है नीति और न्याय यही कहती है और संविधान भी यही कहता है। कर्नाटक में जिस को वोट देना है वह कर्नाटक की जनता तय करेंगे वह परिणाम 13मई,को आयेगा। आज कर्नाटक चुनाव को देखते हुए बैन करने की बात क्यों हो रही है इससे पहले भी बजरंग दल के ऊपर मुस्लिम संगठन मुस्लिम विरोधी एवं ईसाई मिशनरी विरोधी कई उपद्रव के मामले आ चुके हैं। पहले भी बैन करने की बात हो सकती थी।
देखो यह गुरू ग्लोबल न्यूज़ का उदाहरण है, हिंदू राष्ट्र का बयान देने वाला कथा वाचक प्रदीप मिश्रा है, उनको जो प्रणाम कर रहे हैं खाकी, पहन कर के, सत्यमेव जयते का स्टार और बिल्ला लगाकर के, कानून भी यही कहती है उनको केवल कानून और संविधान के आगे ही झुकना है, झुक जाते हैं, इनको जो यूनिफार्म मिला है धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र का है जो बिल्ला मिला है धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र का है। जो इनको हर महीने तनख्वा मिल रहा है धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र का है। तो सवाल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हैं एवं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से है आपका एसपी कथावाचक के आगे झुक रहा है इनको तो धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र की ओर झुकना चाहिए। किसको बैंन करेंगे। आप हिंदू हैं तो आप अपने घर में महादेव का पूजा कीजिए लेकिन सार्वजनिक क्षेत्र में ऐसा कानून और संविधान खांकी पहनकर नहीं कहती है। अगर आपको प्रणाम ही करना है तो सिविल ड्रेस में भी आ सकते थे। धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र की ओर आपका संदेश क्या जा रहा है? यह तो सायकोलॉजी के खुद डॉक्टर हैं। अपने वीडियो में यही कहते हैं हम इनकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। इस फोटो को दुर्ग पुलिस ने खुद पब्लिक किया है।
पूरे देश को और कानून और संविधान चलाने वालों को चलाने वालों को तो तेज प्रताप यादव से ही शिक्षा लेनी चाहिए और ऐसा ही करना चाहिए जब भारत धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है तो धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र के लिए संविधान के लिए इनको सरकारी फंडिंग मिलना चाहिए। ऐसे संस्था को विकास होना चाहिए जो केवल धर्मनिरपेक्ष के लिए कार्य करें। तेज प्रताप यादव ने डीएसएस बनाया है धर्मनिरपेक्ष स्वयंसेवक संघ। जो देश में एकता और अखंडता तोड़ने वालों के लिए संघर्ष करेंगे भाईचारे के लिए संघर्ष करेंगे। ऐसा कोई नहीं सोच पा रहे हैं। guru ग्लोबल न्यूज़ ऐसे संगठन को बिल्कुल मदद मिलना चाहिए ऐसा उम्मीद करता है।
छत्तीसगढ़ में बागेश्वर धाम बाबा ने उलूल_जुनूल बयान दिया था पर छत्तीसगढ़ सरकार नहीं पर कोई कार्यवाही नहीं किया। इन्होंने ने बयान दिया था जब तक मोदी है तब तक हिंदू है मोदी नहीं रहेगा तो हिंदू खतरे में आ जाएगा। तो हिंदू को खतरा कहां है बाबा को पूछना चाहिए। जो हिंदू के खिलाफ गलत कर रहा है उसके खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए। कानूनी कार्रवाई करना चाहिए जो हिंदू के खिलाफ है। बाबा का कार्यक्रम पटना में होना है और बिहार के प्रशासन ने गांधी मैदान में इनको अनुमति नहीं दिया और पटना के आसपास 13 मई से इनका कार्यक्रम शुरू होना है, वहां के जनप्रतिनिधि ने यही कहा है यहां हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई भाईचारे का संदेश होना चाहिए। अगर एकता और अखंडता तोड़ने की बात कही तो कार्यवाही भी हो सकती है।