श्री गुरु ग्लोबल न्यूज:-सबसे पहले एक डायलॉग “”महिंद्रा का ट्रैक्टर चलाने वाला किसान भी वही रेट में, फ्यूल स्टेशन, से, डीजल भरवाएगा,,, महिंद्रा का स्कॉर्पियो लग्जरी गाड़ी चलाने वाला आदमी भी,, वही भाव में डीजल भरवाएगा,,, तो इसमें अंतर कहां है, और यही पॉलिसी भाजपा भी चलाया और कांग्रेस ने चलाया,, कहने का तात्पर्य है किसानों को सब्सिडी दर में डीजल मिलना चाहिए, जैसे कोइ राज्य सरकारें देती,है, चाहे जिसकी भी सरकार, रहे, बिजली ऊर्जा निजीकरण हो जाएगा तो किसानों का सब्सिडी भी बंद हो जाएगा, और किसानों का दुर्दशा उसी दिन शुरू हो जाएगा,कहते हैं पांचों उंगली बराबर नहीं होता पर कोई उंगली ज्यादा विकास कर रहा है कोई उंगली कम विकास कर रहा है,,, और यही हो रहा है,,। अब बात करते हैं प्राइवेट टेलीकॉम जिओ एयरटेल और आइडिया,, वोडाफोन,, ने, अपने रिचार्ज के रेट में बढ़ोतरी,किया,, रिचार्ज के दर में तो पहले से ही वृद्धि का प्लान था पर लोकसभा चुनाव को देखते हुए रोक दिया गया था,, यानी सरकार के सहमति से रेट बढ़ा,, जैसे इलेक्टोरल बांड की बात करते,हैं,, जैसा टेलीकॉम इंडस्ट्री जिओ एयरटेल अन्य पार्टी को भी दिया,, जैसे ही लोकसभा के विपक्ष के नेता और कांग्रेस के नेता राहुल गांधी अंबानी और अडानी की बात करते हैं,,, प्राइवेट टेलीकॉम सेक्टर में बड़े हुए वृद्धि दर के बारे में कांग्रेस वाले भी जिक्र नहीं कर रहे हैं,,, अब बात करते हैं सरकारी टेलीकॉम बीएसएनएल,की,, इसकी बर्बादी तो कांग्रेस के कार्यकाल में शुरू हुई धीरे-धीरे घाटे पर चली गई,, इनके सर्विस के कारण उनके ग्राहक प्राइवेट की ओर चले गए,, तो यह कंपनी मुनाफा में कहां,चलेगी,, लेकिन सरकारी कंपनी,, उनके कर्मचारियों को तो तनखाह देना ही पड़ेगा,,, भले ही घाटे में क्यों न चले,, जैसे बीएसएनल रेलवे यह लोग तो किसी पार्टी को चंदा नहीं देंगे,, पार्टी को चुनाव लड़ने के लिए चंदा तो प्राइवेट सेक्टर से ही मिलेगा, और प्राइवेट सेक्टर जनता से ही वसूली करेंगे,, इसमें कोई नई बात नहीं है जनता को ही समझना है,, जैसे अर्थशास्त्र में पहले मनुष्य की दिनचर्या के लिए जीवन के लिए रोटी कपड़ा और मकान था,, आप बहुत अहम चीज डाटा हो गई है,, बिना डाटा के कोई काम हो नहीं सकता,, जैसे पैसा ट्रांसफर करना है ऑनलाइन एजुकेशन और अन्य कई खरीदी बिक्री मार्केट,, बहुत से चीज, यानी डाटा एक बिजनेस का बहुत बड़ा सेक्टर बन गया,,, पहले जिओ सबसे बड़े ग्राहक देश में सबसे ज्यादा होली के पास है, टेलीकॉम मार्केट में 40 फ़ीसदी उसके बाद एयरटेल उसके बाद,अन्य है,, जैसे जियो ने डाटा मुक्त देकर के, पहले आदत बनाया जैसे अंग्रेजो ने चाय पीने का आदत भारतीयों को बनाया,, अंग्रेजों ने चाय का बिजनेस शुरू किया वैसे ही डाटा एक प्रकार का बिजनेस है,,, देश का लगभग 100 करोड़ आबादी इसके माध्यम से जुड़ा हुआ है,, यानी प्रभावित सभी हो रहे हैं,, लेकिन देश में,, अब तो बिना रिचार्ज के मिस कॉल भी नहीं,आता,, यानी बिना रिचार्ज के आपका मोबाइल बेकार है,, पहले₹10 का टॉकटाइम आता था वह भी बंद कर दिया गया,, अब मिस कॉल इनकमिंग के लिए भी अलग से रिचार्ज करना पड़ता है,, लेकिन करोड़ों ऐसे परिवार भी हैं जिनका डाटा से कोई मतलब नहीं,,, केवल कॉलिंग से मतलब है ऐसे लोगों के लिए जब से पैसा महंगाई में लगातार बढ़ोतरी किया पीड़ा दायक है क्योंकि आमदनी बढ़ोतरी नहीं हो रही, मध्यवर्गीय छोटे आदमी का आए में बढ़ोतरी नहीं हो रही। ऐसा ही रहा तो एक दिन अंबानी और अडानी इतने अमीर हो जाएंगे की पूरा भारत को ही खरीद लेंगे,,।