The national,political news ShriGuru global news by, golden Kumar,:-जैसे की टाइटल में ही लिखा है 2024 में मोदी सरकार के साथ वही होगा जो 1989 में वीपी सिंह विश्वनाथ प्रताप सिंह उसे समय के तात्कालिक प्रधानमंत्री, साथ हुआ था,,, तो उस समय वीपी सिंह के साथ क्या हुआ था,?,, उस समय वीपी सिंह सरकार ने,, संविधान में पिछड़ा वर्ग ओबीसी के लिए 27 परसेंट आरक्षण लाया था,, संविधान में जो भी ओबीसी है वर्ग से आते हैं उनको 27 परसेंट आरक्षण बीपी सिंह सरकार के बदौलत मिला है,,, दिल्ली की केंद्र,सरकार बीजेपी के समर्थन से जनता पार्टी की सरकार चल रही थी,, कांग्रेस उस समय विपक्ष में थी,, अब सवाल उठता है बीजेपी क्यों जो जीत रही है, उनका वोट परसेंट 1989,लगातार क्यों बढ़ रहा है,, इसमें कांग्रेस की लापरवाही बेवकूफी,भी कह सकते हैं अपने कोर वोटर को संभाल कर नहीं रखना, यही कांग्रेस अपनी अपर कास्ट वोट के लिए उस समय के तात्कालिक राजीव गांधी ने इसका 27 परसेंट आरक्षण का न विरोध किया ना समर्थन, लेकिन उनके जो अपर कास्ट कोर वोट है कांग्रेस के को बीजेपी की तरफ उसे समय से छिटक गए, कांग्रेस पार्टी इसलिए सीट कम हुई, एस टी एससी ओबीसी के लिए 75% आरक्षण की बात कर रहे थे पर टिकट बंटवारे में तो ऐसा नहीं किया अधिकतर तो स्वर्ण अपर कास्ट नेताओं को टिकट दिया गया, लेकिन उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने PDA,की रणनीति की तरह, पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक अगड़े को भी टिकट दिया, उनको अधिक सफलता मिली, दलित आदिवासी को अन्य राज्यों में मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ में कांग्रेस अपने ओर जोड़ नहीं पाई आरक्षण संविधान मुद्दा रखने के बाद भी,,जैसे कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन ने संविधान में एसटी एससी ओबीसी का 50% से आरक्षण बढा़ करके 75% करने का घोषणा हुआ फिर भी इंडिया गठबंधन क्यों नहीं जीत पाई,? 1989 में जो कोर वोटर ब्राह्मण ठाकुर बनिया यानी जो अपर कास्ट लोग हैं कांग्रेस और भाजपा दोनों के तरफ थे और आज 2024 आते-आते वह वोट बैंक केवल बीजेपी तरफ ही झुकाव है,,, कांग्रेस की दूसरी लापरवाही है जब इस देश में,, दूरसंचार का विस्तार हुआ पर उस समय दिल्ली,शासन में थे उस समय ऐसी फेक न्यूज़ फर्जी एडिट फोटो हिंदू मुस्लिम अनर्गल पोस्ट पर कोई ठोस कानून नहीं बनाएं यह कांग्रेस पार्टी का दूर दृष्टि, सोच नहीं था, और इसी का खामियांजा कांग्रेस पार्टी एक दशक से भुगत रही है चाहे विधानसभा चुनाव हो चाहे लोकसभा चुनाव कई राज्यों का चुनाव,, जो सोशल मीडिया व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी में कई लोगों का ब्रेनवाश कर देता है , व्हाट्सएप ऐप में तो करोड़ों ऐसे ग्रुप चल रहे हैं जो हिंदू मुस्लिम पोस्ट से माहौल को बदल देते हैं लोगों का दिमाग बदल देते हैं कांग्रेस के खिलाफ कर देते हैं,जैसे लोकसभा 2024 के चुनाव में 50 सीट ऐसी रही है जो हजार वोटो के अंतर से जीत हार का फैसला हुआ है उसका नतीजा यही है यही मतदाता है जो झूठ को सही समझ लेते,हैं,। अफवाह का बाजार कांग्रेस के खिलाफ माहौल बना देता है जैसे कांग्रेस वाले पार्टी को देशद्रोही एवं ऐसे लोगों के बीच इतिहास को गलत ठहरा देती है,। कांग्रेस पार्टी भले ही सोशल मीडिया में बचाव करती है लेकिन जन-जन तक तो कांग्रेस के खिलाफ माहौल मिल ही जाता है,, जैसे राम मंदिर के मामले पर गोली चलाने का आरोप समाजवादी पार्टी पर लगती है लेकिन उसे समय अपने कर्तव्य का पालन कर रहे थे लां इन आर्डर कानून व्यवस्था संभाल रहे थे इस कारण हो गया लेकिन हिंदुओं के बीच समाजवादी पार्टी के उसे समय के नेता मुलायम सिंह यादव पर आज भी अनर्गल पोस्ट चलते ही रहते हैं जैसे समाजवादी पार्टी को (नमाजवादी )पार्टी भी सोशल मीडिया में कह देते हैं फिर भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं होता।, कितने लोगों के भावनाओं को आप अपनी सच्चाई नहीं दिखा सकते या सोशल मीडिया में कई लोगों का भावनाएं पार्टी के खिलाफ बन जाती है,,। लेकिन कांग्रेस पार्टी 2024 में बहुत अच्छे सीट जीती है,, और कई निर्दलीय जीते हुए सांसद इंडिया गठबंधन का सपोर्ट कर रहे हैं,, अगर लोकसभा अध्यक्ष बीजेपी के बाहर का बनता है तो यह सरकार मोदी सरकार कुछ ही महीनों में गिर जाएगी,,, क्योंकि बीजेपी का आरक्षण विरोधी छवि बन चुका है संविधान विरोधी छवि बन चुका है किसान विरोधी शिक्षा भी बन चुका है और बेरोजगारी महंगाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे में भाजपा पहले से ही पब्लिक और जनता के बीच छवि खराब है। किसानों के बीच छवि खराब है इसलिए पंजाब हरियाणा और उत्तर प्रदेश पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा की बुरी हालत हुई है। आने वाला महाराष्ट्र हरियाणा दिल्ली,चुनाव बिहार का विधानसभा चुनाव अगर संविधान आरक्षण के मुद्दे पर बेरोजगारी महंगाई के मुद्दे पर चुनाव लड़ती है तो इंडिया गठबंधन को भारी सफलता मिलेगी,, लेकिन 2024 के चुनाव में जिस प्रकार भाजपा पंडित जवाहरलाल नेहरू का कार्य क्रियाकलाप निकाल लेती है,,, लेकिन कांग्रेस पार्टी वीपी सिंह की सरकार भाजपा ने क्यों समर्थन वापस लेकर सरकार गिराया यह बात जनता के बीच नहीं लाती है और यही कांग्रेस पार्टी की सबसे बड़ी लापरवाही है, जो पिछड़ा वर्ग के लोग एवं जनता भाजपा का समर्थन करती है सच्चाई सामने आती तो भाजपा का चुनाव में जो पिछड़ा वर्ग का समर्थन मिलता है वह कम मिलता,। भाजपा दलित आदिवासी को राष्ट्रपति बस बना करके उनको वोट लेने का काम बहुत रणनीति से लेती है लेकिन कांग्रेस पार्टी ऐसा, उनके डिफेंस नहीं कर पाती है। अगर आरक्षण संविधान और बेरोजगारी के मुद्दे पर आने वाला विधानसभा चुनाव लड़ा जाए तो भाजपा को नुकसान बिल्कुल हो सकता है,। और जनता दल यूनाइटेड कई मुद्दों पर जैसे सेना में अग्निपथ,, अग्नि वीर योजना का विरोध कर रही है uccपर विरोध कर रही है,,, तेलुगू देशम पार्टी, अपने घोषणा पत्र में मुस्लिम आरक्षण, एवं कई घोषणाएं हैं , मस्जिद को आर्थिक सहायता देना, हज यात्रा पर सब्सिडी देना, यह उनके घोषणा पत्र में है,और भाजपा उनके साथ गठबंधन में है बेमेल गठबंधन है क्योंकि बीजेपी का कोर वाटर हिंदू को मानते हैं और मुस्लिम विरोधी अंदरुनी छवि के कारण उनको हिंदू छवि वाले लोगों का, का सपोर्ट मिलता है,। मुसलमानों को आरक्षण देंगे तो उनका सपोर्ट बीजेपी को कैसे मिलेगा? भाजपा बिल्कुल प्रयास करेगी तोड़ मरोड़ कर अन्य पार्टी से जैसे भी बहुमत के आंकड़े पर आ जाए,।
इंडिया गठबंधन जातिगत जनगणना मुद्दों पर चुनाव लड़ी, उत्तरप्रदेश में इसी मुद्दे पर सफलता मिला चुनाव में, नीतीशकुमार सामाजिक न्याय के सूत्रधार है,, ऐसे मौका बार-बार,नहीं आता,, नीतीशकुमार जेपी आंदोलन के समय से,पैदा हुए,नेता हैं,, उस समय मोदी का नामोनिशान ही नहीं,था, 2001 के बाद आए हैं,, नीतीशकुमार, चंद्रबाबू नायडू ,और अखिलेश यादव के, अच्छे संबंध है,,। और दोनों नेता, इसके समर्थन से मोदी की सरकार चल रही है पलटीमार पॉलीटिशियन है मौका देखकर चौंका मार सकते है।, बस समय स्थिति और परिस्थितिका इंतजार है।