लोकसभा चुनाव 2024विश्लेषण:-सबसे पहले पूर्ण बहुमत की सरकार पंडित जवाहरलाल नेहरू का आया था,, उस समय लोकतंत्र का संविधान का, भारत शुरुआती दौर पर था,,। उस समय के जनसंघ,के नेता रहे, अटल बिहारी वाजपेई को कहते थे एक बार आप भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे, और वह बन गए,, राजनीति में विपक्ष अच्छी बात है पर वर्तमान मोदी सरकार यहां विपक्ष की ओर बिल्कुल खत्म करने की रणनीति बना चुके हैं जो लोकतंत्र के लिए घातक है और तानाशाही की ओर अग्रसर है, लोकसभा चुनाव तो बिल्कुल निष्पक्ष हो ही नहीं रहा है आप चुनाव आयोग को नियुक्ति कर रहे हैं संविधान में संशोधन कर रहे हैं, विपक्ष सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस का खाता सीज,कर रहे हैं,। संवैधानिक संस्थाएं ed और सीबीआई का बिल्कुल दुरुपयोग हो रहा है।, मोदी भी वही गलती कर रहे हैं जो इंदिरा गांधी ने किया था, इंदिरा गांधी भी पूर्ण बहुमत में सरकार में थी,, कुछ हद तक राजीव गांधी जैसा भी कर रहे हैं उनका भी पूर्ण बहुमत में सरकार था, जब भी भारत में पूर्ण बहुमत में सरकार आई है तब भारत में तानाशाही की ओर अग्रसर रही है, और भारत का इतिहास है, भारत की जनता तानाशाही को बिल्कुल स्वीकार नहीं करती बल्कि उनको सत्ता से बाहर करती है,। या उनको,पूर्ण बहुमत में आने नहीं देती। पुलिस और कानून के दबाव में कभी कोई सत्ता राज नहीं किया है इस देश में, उदाहरण के लिए अंग्रेजों को देख लो, एक तरफ बीजेपी की जो उम्मीदवार हैं सीधा कह रहे हैं इस बार संविधान बदलना है, मतलब संविधान में जो अधिकार हैं आरक्षण है उसे बदल देंगे,, वर्तमान स्थिति में आदिवासी दलित पिछड़ा वर्ग सभी वर्ग वर्तमान सत्ता से नाराज दिखाई दे रहे हैं,। संविधान को बदलकर क्या लाना चाहते हैं,, क्या भारत का संविधान बेकार है, अगर बेकार है तो 10 साल तक क्या कर रहे थे पहले ही बदल देना था,,। आरक्षण के मुद्दे पर हमेशा बीजेपी के जो शाखा रही है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ वह हमेशा आरक्षण विरोधी काम करती थी हर एक आरक्षण विरोधी बयान देती थी,, और भारत में अभी भी कई चीजों पर आरक्षण नहीं है बड़े-बड़े पदों पर,, यह चीज भी होना चाहिए,।