हरिभूमि समाचार नहीं, अपना विचार का जमीऱ बेचा हुआ एक अखबार।

श्री गुरु ग्लोबल वेबसाइट न्यूज:-प्रिंट मीडिया का भी अपना वैल्यू है और डिजिटल मीडिया का भी, छत्तीसगढ़ में बड़े-बड़े प्रिंट,मीडिया कई अखबार चल रहे हैं, उनमें से नंबर वन गोदी मीडिया केवल हरिभूमि ही हमको समझ में आया, 10 साल पहले का हरिभूमि और आज का हरिभूमि बहुत अंतर है,उसमें से एक अखबार है हरिभूमि, जिसका स्लोगन है समाचार नहीं विचार,, लेकिन इनके पढ़ने वाले से एक सवाल है कभी इनका विचार देखे हो इनका क्या विचार है, इसका जो मुखिया है एक सामंतवादी सोच वाला ही आदमी हो सकता है,, कभी यह अखबार सत्ता से सवाल करते हुए नहीं देखे होंगे,, क्योंकि इनका अखबार सत्ता के विज्ञापन से चलता है अगर सत्ता (सिस्टम,) से सवाल करेंगे तो इनका विज्ञापन कहां से मिलेगा, इनका अखबार कहां से चलेगा,, जैसे मनरेगा मजदूरों को कई महीना से भुगतान नहीं मिला था श्री गुरु ग्लोबल न्यूज़ उसे चलाया हरिभूमि ने उस खबर, चलाते हुए देखे, बिल्कुल नहीं चलाया,, कई गांव में नल जल योजना के अंतर्गत पानी टंकी बन गया है लेकिन पानी का सप्लाई नहीं मिल रहा है हरिभूमि ने उसे चलाया बिल्कुल नहीं चलाया, जैसे सरकारी काम के बड़े-बड़े टेंडर, जो तय अवधि में पूरा करना होता है पूरा नहीं होने पर क्या उसे हरी भूमि ने चलाया बिल्कुल नहीं चलाएगा,, छत्तीसगढ़ में कई ऐसे जिले हैं जहां डायल112, सर्विस चालू नहीं हुआ है क्या उसे हरिभूमि ने चलाया बिल्कुल नहीं चलाया, इनके क्षेत्रीय जो संपादक है जो एजेंसी लिए हुए हैं उनकी इसमें कोई गलती नहीं है, करप्शन भ्रष्टाचार से जुड़े हुए इस अखबार में बहुत कम ही खबर छापेंगे,यानी जो खबर आप भेजेंगे पहले उसका कंटेंट को काटेंगे, कई ऐसा खबर ऐसे हैं जो बिल्कुल नहीं अपने अखबार में उठाएंगे क्योंकि इनका मालिक केवल एक है,, करेंगे तब मन लगेगा तब खबर चलाएंगे नहीं तो नहीं चलाएंगे,, आम जनता के जुड़े हुए समस्याओं को या फिर करप्शन के जुड़े हुए समस्याओं को, हरिभूमि बिल्कुल नहीं चलायेगा,, कहीं ऐसी खबरें हैं जो अन्य मीडिया में आने के बाद हरिभूमि चलाता है मजबूरी में,, जो बुद्धिमान लोग हैं हरिभूमि न्यूज़ बिल्कुल नहीं पढ़ते और उनके खबर से बिल्कुल सरोकार नहीं होते,, यह अखबार छत्तीसगढ़ में लगातार अपना विश्वसनीयता,खोते रहा है,,, यानी हरिभूमि का स्तर लगातार गिर रहा है,,। और यह अखबार नहीं सुधरा तो एक दिन और गिर जाएगा,,। यानी आप खुद विश्लेषण करें हरिभूमि किस प्रकार का खबर चलता है जनता से जुड़े हुए खबरें या फिर फिजूल खबरों से अपना पेपर भर देता है, इसका मालिक यही है यह लोग जैसा छापेंगे पैसा छापेंगे इसमें,, इसमें मलिक स्वयं है लेकिन जनता को समझना है इनके पढ़ने वाले को समझना है, मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है चौथा स्तंभ बना रहना चाहिए इसके लिए यह सब न्यूज़ में लिखना पड़ रहा है।

विपक्ष से तो कोई भी सवाल कर सकता है असली वही होता है जो सत्ता से सवाल कर सके,, कौन सरकार कितना फिजूल खर्ची कर रहा है जनता का पैसे दुरुपयोग कर रहा है,, कौन विज्ञापन में कितना खर्च कर रहा है किनके स्वागत में कितना खर्च हो रहा है सभी को बराबर आकलन करना चाहिए और मीडिया में प्रस्तुत करना चाहिए, तुलना करना चाहिए बराबर आकलन करना चाहिए,, यह नहीं की प्रियंका वाड्रा आया उनका बहुत करोड़ का स्वागत हुआ,, और प्रधानमंत्री मोदी आएंगे तब बिल्कुल मुंह में दही जम जाएगा।

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