श्री गुरु ग्लोबल न्यूज:-कानून बनाना संसद का काम है और जो कानून बना है बहुत पुराना है समय बदल गया है जब कानून बना था उस समय 52 पत्ती खेलने गैर कानूनी था जो आज भी है,, लेकिन dream11 खेलना t20 मैच में सट्टा लगाना यानी ऑनलाइन जुआ खेलना कैसे कानूनी सही हो सकता है,?, लेकिन dream11 खेलना गैर कानून नहीं है, तो सवाल उठता है 52 पट्टी का ताश खेलने कैसे, कैसे गैर कानूनी है, dream11 क्रिकेट में सत्ता एक प्रकार का जुआ है,, लेकिन यह गैर कानूनी नहीं है चाहे कई लोग बर्बाद हो जाए कहीं घर तबाह हो जाए, इसमें विज्ञापन में लास्ट में यही कहते हैं जैसे दारू पिना स्वास्थ्य हानिकारक है, ठीक उसी प्रकार dream11 क्रिकेट जमा के विज्ञापन में यही कहते हैं यह जोखिमों भरा है सावधानी से खेले,, कानून बनाना राजनीतिक पार्टी एवं सांसद का काम है एक अकेला बना नहीं सकता,, इसमें राजनीतिक दल एवं जनता को जागरूक होने की आवश्यकता है अपने-अपने जनप्रतिनिधि को इसके लिए समाज के लिए कुछ नियम और कायदा कानून बनाने की आवश्यकता है ईशान के लिए जागरुकता जरूरी है, लेकिन श्री गुरु ग्लोबल न्यूज गोल्डन कुमार का मानना है जागरूकता होना मुश्किल है क्योंकि बड़े-बड़े कंपनी बड़े-बड़े पार्टियों को dream11 खिलौने वाली कंपनी चंदा देता है और जो चंदा देगी सिस्टम उसी के पास उसी के हिसाब से काम करेगी, चाहे कोई भी राजनीतिक दल हो या कोई भी पार्टी हो जब तक इसमें आम जनमानस इसमें जागरूक नहीं हुई तब तक इसका कानून बना मुश्किल है,, जैसे जिस्मफरोशी का धंधा भी तो गैर कानूनी है,, फिर भी चलता है,, जी ठीक उसी प्रकार जुआ खेलने भी ऑनलाइन जुआ खेलने भी इल्लीगल है, तो क्या सरकार को देहव्यापार, का धंधा इस प्रकार चंदा या मिलने पर चालू कर देना चाहिए या उसमें जीएसटी टैक्स लगा करके जिस्मफरोशी (देह व्यापार) का धंधा को भी लीगल कर देना चाहिए।??, तो ऑनलाइन जुआ जैसे क्यों भारत के कानून में गैर कानून नहीं है बल्कि 52 पत्ती खेलने गैरकानूनी है।