श्री गुरु ग्लोबल न्यूज:-कहते हैं कि विनाश काले विपरीत बुद्धि,, और बीजेपी के जो के साथ जो हो रहा है ऐसा ही लग रहा है,, 2024 का लोकसभा चुनाव है और बीजेपी ने ऐसे प्रत्याशी को हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है,, प्रत्याशी बनाने के बाद उनसे जुड़े हुए कई विवादित पोस्ट और उनके बयान सार्वजनिक होने लग गए हैं और सोशल मीडिया में सबसे ज्यादा ट्रेंड कर रहा है,, इसमें से कंगना राणावत द्वारा आजादी 2014 में मिला है कहना एवं उनके पोस्ट गांधी के हत्या नाथूराम गोडसे का समर्थन करना,, एवं जातिगत आरक्षण को गलत बताना,, बीजेपी इस मामले पर बैक फुट पर है कंगना का समर्थक, भी नहीं कर पा रही है और उनका निजी विचार बता रही है पर ऐसे प्रत्याशी को उम्मीदवार बनने पर जो आदिवासी हैं दलित समाज है जो आरक्षण में है उन पर गलत संदेश जा रहा है,, लोकसभा में भी कई सीट,दलित समाज और आदिवासी समाज के लिए आरक्षित है क्या बीजेपी भी ऐसे उनके बयान को समर्थन कर रही है,, कंगना राणावत खुद अपर कास्ट से हैं, सेलिब्रिटी है, बीजेपी इतनी कमजोर हो गई है कि सेलिब्रिटी को भी मैदान उतारना,पड़ रहा है,, एक बार तो कंगना रनावत ने देंगे 2002 के दंगे को सोशल मीडिया में जिक्र कर दिया था तो उस समय ट्विटर ने उनके अकाउंट को सस्पेंड कर दिया था,,। रिजर्वेशन के विरोधी तो भाजपा के कई नेता कर चुके हैं, क्या 2024 में फिर से पूर्ण बहुमत में जीत जाएंगे तो रिजर्वेशन खत्म कर देंगे भाजपा को या आदिवासी एवं दलित समाज एवं पिछड़ा वर्ग समाज से वोट लेने के समय यह चीज पहले स्पष्ट करना होगा, या कंगना राणावत के पुराने बयान को, उन पर कंगना राणावत के द्वारा कुछ टिप्पणी करना पड़ेगा तभी यह संदेश पूरे देश में बीजेपी के पक्ष समझाएगा नहीं तो एक मछली पुर तालाब को गंदा कर देता है वैसे कंगना राणावत पूरा बीजेपी को चुनाव में बीजेपी के पक्ष में नहीं जा सकता,, कंगना राणावत बीजेपी के लिए गले की फांस बन गई, ना निकलते बन रहा है ना उगलते बन रहा है,।।