श्री गुरु ग्लोबल न्यूज:-विवादित चुनाव आयुक्त मोदी के सबसे खास, पंजाब कैडर के ias,, जो मोदी सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय में सचिव का पद संभाल चुके उनके तुरंत बाद vrs लेकर के उनको चुनाव आयुक्त बना दिया गया जिनके ऊपर सुप्रीम कोर्ट में उनकी नियुक्ति पर सवाल खड़ा किया गया था,, लेकिन अब चुनाव आचार संहिता के कुछ ही दिन शेष बचे हैं, पश्चिम बंगाल के दौर के बाद जम्मू कश्मीर में भी जाना है, इस्तीफा देना और इस्तीफा को तुरंत मंजूर कर लेना यह सवालों के घेरे में आ रहा है,,, सुप्रीम कोर्ट ने नियुक्ति के लिए आदेश में संविधान में भी यही है विपक्ष का नेता प्रधानमंत्री एवं सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश चुनाव आयुक्त की नियुक्ति करती है,, जिनको बीजेपी सरकार ने कानून को बदलकर के प्रधानमंत्री विपक्ष का नेता और कोई भी कैबिनेट का एक मंत्री कर दिया और मुख्य न्यायाधीश को चुनाव आयुक्त की नियुक्ति से बाहर कर दिया गया, आखिर ऐसे बदलाव क्यों लिया गया अब सवाल पैदा होता है कि अब चुनाव से पहले चुनाव आयुक्त की नियुक्ति होगा या नहीं क्योंकि 3 सदस्य चुनाव समिति में,, अरुण देव पांडे कुछ ही दिन पहले रिटायरमेंट हुए हैं मुख्य चुनाव आयुक्त संजीव कुमार है और अरुण गोयल का अभी इस्तीफा दे दिए।