राजनीति विशेषज्ञ गोल्डन कुमार:-सबसे पहले एंटी डिफेक्शन लॉ दल बदल कानून जिसे कहते हैं, भाजपा अपने घटक दलों को काम सीट देना चाहती है, जो घटक दल अधिक सीटें भाजपा गठबंधन से मांग रहे हैं उन्हें अपने सिंबल पर चुनाव लड़ाना चाहती है यानि कमल के फूल में, अगर एक घटक दल भाजपा के चुनाव चिन्ह में लड़ते हैं तो दल बदल कानून के अंतर्गत इन पर एंटी डिफेक्शन लॉ लागू हो जाएगा, अगर भाजपा की सीट 272 से कम पड़ती है,, यह जो पार्टियां है भाजपा के आगे बिल्कुल भीगी-बिली, हो जाएंगे, भाजपा को डर है अगर अपने पार्टी के सिंबल पर लड़ते हैं तो इन पर दल बदल कानून लागू नहीं होगा उनकी सांसद सदस्यता नहीं जाएगी और इंडिया गठबंधन की जा सकते हैं, भले ही मोदी गारंटी के बात चल रहा हो कौन पार्टी राजनीति में चुनाव जीतने के बाद किधर जाएगा वह चुनावी स्थिति पर डिपेंड करता है, और उनकी गारंटी कोई नहीं ले सकता,, अगर मिली जुली सरकार बनती है तो बड़े-बड़े मंत्री पद की सौदेबाजी होती है तभी सरकार का समर्थन होता है और भाजपा यही डर बीजेपी को सताने लगा गया है,, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्लियामेंट में यह बयान दे चुके हैं कि भाजपा अपने बदौलत 370 सीट ला रही है बाकी घटक दल मिला करके 400 पार करेगी,,, यानी भाजपा के जो NDA गठबंधन में,, 38 दल मिले हुए हैं,, 30 सीटों में सीमित कर देना चाहती है,, भारत में टोटल 543 लोकसभा की सीट हैं पहले यह देखना होगा 2024 में भाजपा खुद कितने सीटों पर चुनाव लड़ती है,, और उनके घटक दल कितने सीटों पर, चुनाव लड़ते हैं,, सबसे बड़ा पेंच महाराष्ट्र बिहार, उत्तर प्रदेश और हरियाणा आंध्र प्रदेश,में फंसा हुआ है,, बीजेपी 195 उम्मीदवारों की, पहली सूची जारी कर चुकी है लेकिन बिहार और महाराष्ट्र से एक भी उम्मीदवार घोषित नहीं किया है,, महाराष्ट्र में शिवसेना और अजीत पवार कम सीटों पर लड़ने को मान नहीं रहे हैं,, खुद अमित शाह को यहां मीटिंग में आना पड़ा है सीटों की समझौते के लिए,, शिवसेना दो भागों में बट चुकी है, शिंदे गुड की शिवसेना 22 सीट मांग रही है और अजीत पवार 10 सीट मांग रहे हैं,, महाराष्ट्र में टोटल 48 लोकसभा की सीट हैं बीजेपी 30 सीट खुद लड़ना चाहती है,, यह कैसे संभव है,, बिहार में लोकसभा की 40 सीट हैं जेडीयू यहां से 17 सीटों लड़ना चाहती है,, लोक जनशक्ति पार्टी भी दो भागों में बढ़ चुकी है जो एनडीए के साथ है, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी, 6 सीट मांग रही है,, वही पशुपतिनाथ की लोग जनशक्ति पार्टी 6 सीट मांग रही है बीजेपी तीन-तीन सीटों पर निपटाना चाहती है,, जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान आवाम मोर्चा को एक सीट देना चाहती है,, ठीक ऐसा ही स्थिति उत्तर प्रदेश में अपना दल, ओमप्रकाश राजभर की पार्टी एवं निषाद पार्टी के साथ ही स्थित है, बीजेपी के लिए, लोकसभा चुनाव की स्थिति फिलहाल अपने सीटों समझौता पर कब तक फैसला लेगी यह इसकी गारंटी कोई नहीं ले रहा है।