राजनीति विशेषज्ञ गोल्डन यादव:-राजिम विधानसभा सहित छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में और राजस्थान में कांग्रेस की हार की पूरा कहानी है न्यूज़ जरूर पूरा पढ़ें!,, भारत एक लोकतांत्रिक देश है 5 साल में चुनाव होता है और चुनाव जीतने के लिए लोकतंत्र है पैसा पावर और पॉलिसी की जरूरत होती है और जहां पॉलिसी मजबूत हो तो वहां पैसा कोई काम नहीं आता है,, और छत्तीसगढ़ सहित मध्य प्रदेश और राजस्थान में बीजेपी का जो पॉलिसी है उसे जनता ने मोहर लगाए,,,, राजिम विधानसभा में 17 अगस्त को भाजपा ने कैंडिडेट घोषित कर दिया था पिछड़ा वर्ग से,, कांग्रेस को भी यहां से पिछड़ा वर्ग का कैंडिडेट देना था परंतु सामान्य वर्ग को दे दिया वह भी घिसे_पिटे पुराने नेता, कांग्रेस ने उन्हें नेता को टिकट दिया जिनका पब्लिक के बीच फिटनेस खराब था,,और छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश और राजस्थान सहित कांग्रेस टिकट वितरण में भूल किया इसलिए कमल का फुल इन राज्यों में खिल गया,,, क्योंकि कांग्रेस ने राजस्थान के उदयपुर चिंतन सिविर में जो नियम बनाया था एवं राष्ट्रीय अधिवेशन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर,में जो नियम बनाया था उसे टिकट वितरण में लागू नहीं किया गया कांग्रेसी आपस में लड़ रहे थे और बीजेपी चुनाव लड़ रही थी,,, कांग्रेस में गुटबाजी थी, और गुटबाजी करवाने में कांग्रेस का ही हाथ था,, क्योंकि चिंतन शिविर में कांग्रेस नहीं नियम बनाया था दरी उठाने वाले कार्यकर्ता को मौका देना है जहां जिस सीट पर कई बार विधायक बन गए हैं नई पीढ़ी तैयार करना है परिवारवाद को खत्म करना है, नई पीढ़ी के पॉलीटिशियन को मौका देना है, काबिल पॉलिटिशियन को नेता को टिकट देना है,, लेकिन कांग्रेस ने किसी भी राज्य में ऐसा नहीं किया,, और कांग्रेस के टिकट के दावेदार नेता ने तो यही भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने पैसों में टिकट बेंचा, कांग्रेस के एक दूसरे नेता एक दूसरे नेता के टांग खींचने में लगे थे,,,, दूसरे का सपोर्टर कार्यकर्ता को पूछ फर्क नहीं हो रही थी,, टिकट मिलने के बाद बिल्कुल एकजुटता नहीं दिखाई दिया और अन्य सपोर्टर नेता को किसी भी प्रकार का संपर्क नहीं किया गया,,,, क्योंकि कांग्रेस जो पार्टी है आजादी के आंदोलन में पैदा हुई पार्टी है क्योंकि इनके जो नेता है कई नेता ऐसे स्वाभिमानी है जिनको सम्मान चाहिए और बिना सम्मान के सरकार नहीं बनती,,,, कांग्रेस कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश जीतने के बाद घमंड इतना बढ़ गया कि इंडिया गठबंधन के नेताओं को भी,, सम्मान नहीं कर रहे थे,, जैसे कमलनाथ ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ किया मध्यप्रदेश उत्तर प्रदेश से सटे हुए इलाकों में समाजवादी पार्टी का अच्छा पकड़ है और पूरे समाजवादी विचारधारा मध्य प्रदेश में कांग्रेस से नाराज हो गए पिछड़ा वर्ग आदिवासी नाराज हो गए क्योंकि समाजवादी पार्टी सोशलिस्ट विचारधारा की पार्टी है जिन्होंने उत्तर प्रदेश से इंदिरा गांधी और उससे पहले के समय में कांग्रेस को हराने का काम किया वहीं समाजवादी पार्टी है जिन्होंने उत्तर प्रदेश से कांग्रेस को कोमा में पहुंचा दिया,, जनता दल यूनाइटेड के महासचिव KC त्यागी ने बयान दिया,, कांग्रेस की हार से जितने कांग्रेस के नेता दुखी नहीं है उसे कहीं ज्यादा इंडिया गठबंधन के नेता दुखी है,, वही सोशलिस्ट पार्टी है जिन्होंने बिहार में कांग्रेस को बिल्कुल कमजोर कर दिया,,, कांग्रेस नहीं समझ सकी कि बीजेपी को हराने के लिए बेहतर पॉलिसी चाहिए लेकिन कांग्रेस को कर्नाटक जीतने के बाद बिल्कुल घमंड आ गया और भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी की थोड़ी की सफलता का मिल गई कांग्रेस के नेता हवा में उड़ने लग गए,,,,,, राजिम विधानसभा में बीजेपी ने यहां से पिछड़ा वर्ग कैंडिडेट दे दिया था यहां से कांग्रेस को भी पिछड़ा वर्ग कैंडिडेट देना था,,,,,, कांग्रेस ने नहीं दिया,,,, जैसे राजिम विधानसभा में हुआ वैसे छत्तीसगढ़ के मध्य प्रदेश के राजस्थान के कई सीटों पर पब्लिक में विधायकों पर नाराजगी थी, जनता में विधायकों पर नाराजगी थी और लोकतंत्र में कांग्रेस से समझ नहीं पाई कांग्रेस का खुफिया नेटवर्क काम किया था या काम नहीं किया था या जानबूझकर ऐसा किया गया या कांग्रेस पार्टी में खुद कई विभीषण है वह कांग्रेस पार्टी अपनी समीक्षा बैठक में कर सकते हैं,,,, कांग्रेस पार्टी टिकट वितरण में नियम तो अच्छा बनाया की ब्लॉक अध्यक्ष पास अपना नाम देना है लेकिन नाम दिल्ली दिल्ली से तय हुआ,, कांग्रेस के महासचिव kc वेणुगोपाल का सिग्नेचर था,,,, जिसने कांग्रेस के टिकट दिया हार का पहला कारण वही है या प्रदेश स्तर पर दिया गया या दिल्ली स्तर पर दिया गया कांग्रेस वाले जाने,,,,,,,,,, अब कांग्रेस को हार सबक लेना चाहिए,, हमको एक डायलॉग याद आ गया,, अगर को अपनी लंका को बचाना है जो कांग्रेस के अंदर जो विभीषण है उसको पहले खत्म करना होगा,,, इंडिया गठबंधन के नेता ऐसा कई बयान दे चुके हैं कांग्रेस के कई ऐसे नेता नहीं चाहते हैं की अन्य पार्टी के साथ उनका गठबंधन हो वही विभीषण है कांग्रेस के जैसे, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ,, क्योंकि कमलनाथ ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री यादव अखिलेश के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक बयान के बाद खंडन नहीं किया,,, बीजेपी के जय श्री राम तोड़,,,, केवल जय महादेव है,,,, कांग्रेस के नेता श्री गुरु ग्लोबल न्यूज को फॉलो करते तो गुरु ग्लोबल न्यूज को पॉलिटिक्स और पॉलिसी को समझते हैं तो कांग्रेस की कभी इन राज्यों में हार नहीं होती,,,,,, क्योंकि लोकतंत्र में विपक्ष की जरूरी है और कांग्रेस ने अपना विपक्ष चुनाव में केवल बीजेपी को मानती थी,,, और कांग्रेस का जो खिलाफ वोट है सीधे भाजपा में शिफ्ट हो जाता है और कांग्रेस का हार का मुख्य कारण वही रहता है,,,,, कांग्रेस के पास ऐसे दूर दृष्टि वाले नेता को कोई वैल्यू नहीं है,,, जिनके पास पॉलिसी है,,, कांग्रेस के पास अभी तक ऐसा पॉलिसी नहीं आया है जो बीजेपी के एंटी एंनकैंबेसीं को अपने और शिफ्ट कर सके नाराजगी को अपने और खींच सके,,,, कांग्रेस को काबिल पॉलिटिशियन की जरूरत है जो नए मतदाता और जनता के भावनाओं को समझ सके,, वही पार्टी राज करती है जिसका दिल जनता पर धड़कता है पब्लिक पर धड़कता है,, क्योंकि लोकतंत्र है,, लोकतंत्र को कांग्रेस पार्टी भूल जाती है,,,, शासन में आने के बाद कांग्रेस में अधिकतर घमंड सा आ जाता है,,, और दूसरा कारण यही है छत्तीसगढ़ सरकार में कांग्रेस के हाथों में ब्यूरोक्रेसी नियंत्रण में नहीं थी,,, अधिकारियों कर्मचारियों को नियंत्रित नहीं कर सके ब्यूरोक्रेसी में बिल्कुल फेल थी कांग्रेस एवं कानून व्यवस्था में फेल थी,,, करप्शन से हार नहीं होती,,,, करप्शन पब्लिक को प्रभावित होती है तभी हार होती है और कांग्रेस की शासन में करप्शन से पब्लिक प्रभावित हो गए थे,,, महिलाओं में नाराजगी थी,,, युवा मतदाता में नाराजगी था,,,, इन सब नाराजगी को कई सीटों पर, कैंडिडेट को बदल करके दूर किया जा सकता,,, सीटो सीटों पर कैंडिडेट को नहीं बदलना था वहां बदल गया जहां बदलना था वहां नहीं बदला गया,,,,, कांग्रेस को इन राज्यों में हराने में कांग्रेस हाई कमान का हाथ है और कांग्रेस हिंदी भाषी राज्यों में कोई पार्टी बड़ी पार्टी नहीं रही कांग्रेस अब साउथ इंडिया की पार्टी बनकर रह चुकी है क्योंकि उनका राष्ट्रीय अध्यक्ष भी साउथ इंडिया से है युवा कांग्रेस का अध्यक्ष भी साउथ इंडिया से है,, लेकिन पार्टी को आज भी गांधी परिवार चला रही है और कांग्रेस गांधी परिवार से ही चल रही है,,,, और कांग्रेस को केवल कांग्रेस ही हरा सकता है या फिर एक बार भी सही साबित हुआ,,,,
श्री गुरु ग्लोबल न्यूज का वैल्यू लगातार बढ़ रहा है हमें इस बात का खुशी है और उसी का खुद का पैसा का फोड़ा हुआ फटाका है,,, श्री गुरु ग्लोबल न्यूज को कांग्रेस वाले फॉलो करें या ना करें कांग्रेस वाले समझे या ना समझे,, केंद्रीय गृह मंत्रालय के खुफिया विभाग जरूर देखती है,,, बीजेपी ने टिकट वितरण में सोच समझकर काम किया,,, जिसको चाहे उसको विधायक बनवा दिया,,,, और देश के आम चुनाव में कांग्रेस पार्टी के लिए सबक है,,, कांग्रेस पार्टी फिर चिंतन मंथन करें अपनी गलतियों को दूर करें तो सफलता लोकसभा में भी मिल सकती है अगर भूल करेगी तो फिर देश में कमल खिल जाएगा,,, क्योंकि प्रधानमंत्री का बयान आ चुका है यह चुनाव लोकसभा चुनाव में हैट्रिक की गारंटी है,,, अगर कांग्रेस को दिल्ली के में सरकार में आना है तो घटक दल को मौका देना होगा भले ही कई राज्यों में अपना दो कदम पीछे हटना क्यों ना पड़े,, अगर कांग्रेस को सत्ता में आना है तो करना ही पड़ेगा या तो विपक्ष में बैठना है वह कांग्रेस को तय करना है,,,