इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ ही नहीं, मध्य प्रदेश राजस्थान तेलंगाना, शांतिपूर्ण चुनाव के लिए पूरे सरकारी गैर सरकारी शराब दुकानों को चुनावी आचार संहिता लगते ही बंद कर देना चाहिए,, इस चुनाव में निम्नलिखित कई फायदा हो सकते हैं,!1_शांतिपूर्ण चुनाव के लिए प्रशासन को ज्यादा दिक्कत नहीं होगा,।2_राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवारों को फिजूल खर्ची चुनावी खर्च में बचत होगा ज्यादा खर्चा नहीं उठाना पड़ेगा,!3_निष्पक्ष चुनाव होगा परिणाम सार्थक आएगा, दारू से वोट किसी का नहीं बिकेगा,?4_जो सत्ता रूढ़ विपक्ष या कोई राजनीतिक दल इस काम को करती है या ऐसी मांग करती है उस राजनीतिक पार्टियों को महिला मतदाता का विशेष चुनाव में समर्थन मिलेगा,!?5_दारू को बंद करने से आचार संहिता में राजनीतिक माहौल बिल्कुल खराब नहीं होगा,?लेकिन दारू जरूरी है जहां पर जिसको उपलब्ध कराना है जैसे पोस्टमार्टम कार्य करने के लिए स्वीपर के लिए आवश्यक होती है स्थानीय एसडीएम के अनुमति से ऐसा प्रदान जरूर करना चाहिए ताकि किसी कार्य में असुविधा न हो, एवं चुनाव ड्यूटी में तैनात जवानों एवं अन्य कर्मचारियों के लिए उपलब्ध जरूर करने का नियम बनाना चाहिए ताकि किसी को और इससे दिक्कत ना हो,
