एक तरफ छत्तीसगढ़ के आईजी डीआईजी के द्वारा सभी पुलिस अधीक्षकों को लेटर जारी हुआ है सोशल मीडिया में फर्जी खबर एवं फेंक अकाउंट, हेट स्पीच पर कार्यवाही करना है जिसे सोशल मीडिया मॉनिटरिंग करने के लिए टीम बन गई है,, लेकिन लगता है वह नियम छोटे मोटे आदमी के लिए गरीब आदमी के लिए बना है बाकी हाईप्रोफाइल आईटी सेल वालों के लिए नहीं,, डॉक्टर अभिषेक पल्लव छत्तीसगढ़ के एक नामी आईपीएस अफ़सर है जिसकी पहचान इंडिया लेवल में है, आईटी सेल वाले उनके फोटो को लगा कर पहले सोशल मीडिया में अच्छे पोस्ट डालकर फॉलोअर्स बढ़ाते हैं फिर फॉलोअर्स बढ़ते ही राजनीतिक पोस्ट करने लग जाते हैं, जिसका स्क्रीनशॉट एसपी अभिषेक पल्लव के पास भेजे हैं, एवं उनसे ग्लोबल न्यूज़ संपादक में संदेश के जरिए करें हैं आपके फोटो का दुरुपयोग हो रहा है आप अपील करके इन सब चीजों को रोकने का कष्ट करें, जब से ईडी का चार्ज सिट हुआ है तेजस्वी यादव से इस्तीफा मांगने के कारण विधानसभा घेराव के दिन पटना के डाकबंगला चौराहा में बीजेपी के नेताओं को बिहार पुलिस की पिटाई के बाद आईटी सेल के सबसे अधिक टारगेट पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आ गए हैं, एवं अभी राष्ट्रीय लेवल में होने वाले गठबंधन के नेता पर भी उनका टारगेट रहता है, जिसमें खासतौर पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बंगाल के मुख्यमंत्री आम आदमी पार्टी के संयोजक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टाइलिन ममता बनर्जी, एवं कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के कई बयान को तोड़ मरोड़ करके सोशल मीडिया में प्रसारित करने का काम हो रहा है, सोशल मीडिया पर है जिनको सच्चाई मालूम है वह जानते हैं और जिनको सच्चाई मालूम नहीं हुआ होता ऐसे लोग उन्हें और शेयर करके पूरे फर्जी चीजों को और प्रसारित करने लग जाते हैं, एस पी डां.अभिषेक पल्लव के फोटो लगाए हुए कई अकाउंट और पोस्ट को स्क्रीनशॉट लेकर के बिहार पुलिस के ऑफिशियल अकाउंट में ईमेल के जरिए ग्लोबल न्यूज़ संपादक गोल्डन कुमार भेजे हुए एवं इन सब पर कार्रवाई करने के लिए कहे हैं।
ग्लोबल न्यूज़ संपादक गोल्डन कुमार सोशल मीडिया में एक्टिव रहते हैं हर चीज को देखते रहते हैं, यह तस्वीर काफी वायरल होती है फर्जी अफवाह, इसमें लिखा गया है तेजस्वी यादव के बगल में आईएएस आईपीएस डौड़ रहे हैं, वह आईपीएस नहीं बल्कि उनके सुरक्षा में तैनात हेड कांस्टेबल हैं और बगल में आईएएस नहीं उनके पर्सनल सेक्रेटरी हैं तेजस्वी यादव के केवल सुरक्षा के लिए साथ में थे, आप स्क्रीनशॉट को देख सकते हैं यह फर्जी खबर कितना शेयर हो रहा है और ऐसे कई अकाउंट में होंगे और यह ऑल इंडिया लेवल पर केवल फर्जी अफवाह संदेश जा रहा है,, किसी का भी कोई फोटो कोई भी लगा सकता है सामने वाला का कोई दोषी नहीं और इसमें दोषी है तो केंद्र में सरकार हैं वह है क्योंकि आईटी एक्ट में संशोधन वही कर सकते हैं,, और इन सब चीजों से बीजेपी को फायदा है तो वह करेगी कि नहीं, और कांग्रेस चाहती तो कर सकती थी 2004 से 2014 तक उनका सरकार था पर उनके पास इन सब चीजों का दूर दृष्टि नहीं कि आगे क्या हो सकता है, और कांग्रेस के हार का भी कई यही कारण हो सकते हैं क्योंकि इन सब अफवाह खबरें कांग्रेस के खिलाफ गलत मैसेज जाता है एवं विपक्षी नेताओं के खिलाफ गलत मैसेज जाता है और जनता के बीच सच्चाई नहीं पहुंचती और दूसरी बात, एक आदमी एक अकाउंट होना चाहिए ऐसा संशोधन होना चाहिए तभी रुक सकता है आने वाले समय में राजनीतिक पार्टियां चाहे तो कर सकती है , क्योंकि सोशल मीडिया ने कलयुग में रावण के 10 सिर होते थे लेकिन सोशल मीडिया में हजारों शेर हो सकते हैं और एक आदमी हजारों के काम चला सकता है क्योंकि ईमेल और आईडी बस चाहिए और मोबाइल नंबर चाहिए यह चीज बिल्कुल होता है आईटी सेल में यह चीज चलता है और इसे कूटनीति भी कर सकते हैं किसी को जितना भी बदनाम कर सको, इससे राजनीतिक फायदा उठाना उनका काम होता है। एवं 2023 विधानसभा चुनाव में कई आईटी सेल फर्जी खबर चलाने के लिए एक्टिव हो सकते हैं, इसमें सरकार को नीति बनाने की जरूरत है,।