रानू साहू ने कोई भ्रष्टाचार नही किया….सिर्फ राजनीतिक शिकार हो गई है….दास जी* रायपुर/ जिला साहू संघ के पूर्व उपाध्यक्ष श्री दास जी साहू ने छत्तीसगढ़ के एक मात्र IAS अधिकारी श्री मती रानू साहू के ऊपर ED के द्वारा किये जा रही कार्यवाही को दुर्भाग्य जनक बताया, रानू साहू एक ईमानदार IAS अधिकारी है इसलिये रानू साहू राजनीति के शिकार हो गये है। जिला साहू संघ रायपुर के पुर्व उपाध्यक्ष श्री दास जी साहू , ने ED द्वारा किये जा रही कार्यवाही का घोर विरोध किया है , ED रानू साहू के ऊपर बिना कोई सबूत के कार्यवाही करना बंद करें।

प्रवर्तन निदेशालय के जो प्रमुख हैं लगातार इनके कार्यकाल को बढ़ाया जा रहा है माननीय सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद अब उनका जुलाई 30 जुलाई तक उनका अब कार्यकाल खत्म हो रहा है नए प्रवर्तन निदेशालय प्रमुख की नियुक्ति होना है, अब तक देखें तो प्रवर्तन निदेशालय की कार्यवाही राजनीति से प्रेरित है, उनके जितने भी कार्यवाही देखें तो विपक्षी नेताओं एवं विपक्षी नेताओं के करीबी आईएएस आईपीएस आदि ही शिकार हुए हैं, उदाहरण के लिए तेजस्वी यादव को देख लीजिए, मामला कई साल पुराना है और आज उनका चार्ज शीट तैयार कर रहे हैं इतने दिन तक प्रवर्तन निदेशालय क्यों चुप्पी साध लिए थे? एवं जो विपक्षी नेता जिसके ऊपर कार्यवाही होती है बीजेपी ज्वाइन करते ही, राजा हरिश्चंद्र बन जाते हैं यह भी सवालों के घेरे में है, ED का कार्यवाही कानून का डर दिखाकर राजनीति से प्रेरित लगता है, विपक्षी नेताओं ने भी ED की कार्यवाही को राजनीति से प्रेरित बताया है एवं निंदा प्रस्ताव पार्लियामेंट में लाए थे, देश में कई बड़े बड़े वित्तीय मामले आए हैं और उसमें प्रवर्तन निदेशालय की चुप्पी सवालों के दायरे में आती है, संवैधानिक संस्थाएं जिस प्रकार केंद्र सरकार उपयोग कर रही है यह लोकतंत्र के लिए खतरा है, निष्पक्षता बिल्कुल नहीं है केवल विपक्षियों के ऊपर एक तरफा कार्यवाही लगता है, उदाहरण के लिए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया अभी तक उनको आरोप सिद्ध नहीं कर पाए हैं,