पहले तो बिजली विभाग छोड़ो ऐसा कोई विभाग ही नहीं है जहां काम अतिरिक्त प्रभार और काम का अधिक बोझ में चल रहा है एवं स्टाफ की कमी से सिस्टम चल ही रहा है। उदाहरण के लिए एक थाना इंचार्ज पर कई गांव और स्टाफ की कमी, चाहे पटवारी को देख लो, एवं कई अन्य विभाग,, लेकिन बिजली विभाग की बात करेंगे, गरियाबंद विद्युत संभाग गरियाबंद के अंतर्गत वितरण केंद्र मड़ेली, बिजली विभाग में सेवा कर रहे लाइनमैन अशोक ध्रुव ने ग्लोबल न्यूज़ को कहा हमारे बारे में कुछ जनता को एवं हमारी समस्या को छापों, किसानों एवं विद्युत उपभोक्ता को बताओ, कुछ मिनट लाइन बंद हो जाता है तो फोन पर फोन करने लग जाते हैं, लाइन सुधार कार्य करें कि आपका फोन उठाएं, इतना लंबा विद्युत कार्यक्षेत्र पांच सब स्टेशन, मड़ेली खड़मा, बेलर,छुरा,मुड़ागांव, अलग-अलग सभी स्टेशन से इनका कार्य क्षेत्र जुड़ा हुआ है, इनके पास मात्र 3 संविदा कर्मी, दो आउटसोर्सिंग कर्मी, बस इतने ही स्टाफ में हजारों कंजूमर, कई बड़े बड़े गांव खड़मा मड़ेली, रानीपरतेवा , पंक्तियां , गायडबरी जटमाई घटारानी लोहझर, एवं इनके अंतर्गत छोटे-छोटे गांव को, नहीं लिख रहे हैं,। साथ ही लाइनमैन फ्यूज कॉल के साथ-साथ ऑफिस की जानकारी काम का अधिक बोझ रहता है लेकिन इनके पास सहायक लाइनमैन नहीं है जो काम को बटवारा हो सके,। एक मुख्य लाइन पर कितने बोझ हैं। फिर भी व्यवस्था को देखते हुए अपना कर्तव्य लाइनमैन अशोक जी अच्छा से काम कर रहे हैं, लाइन फाल्ट होने पर टाइम टेबल का कोई ठिकाना नहीं रहता कितना बजे ड्यूटी खत्म होगा, छुट्टी भी बहुत कम लेते हैं,। सारी चीजें लाइनमैन अशोक ध्रुव ने ग्लोबल न्यूज को बताया इन सब चीजों को कंजूमर विद्युत उपभोक्ता को मालूम होना चाहिए कितना काम अधिक क्षेत्र है और काम करना है, साथ ही किसानों का नक्शा तैयार करना है फील्ड में जाना है सारे चीजों को देखना है,। इसके बाद ग्लोबल न्यूज़ ने इन के उच्च अधिकारियों से चर्चा किए इनके लिए सहायक लाइनमैन जरूरी है, इनके उच्च अधिकारियों ने कहा कहीं अतिरिक्त सहायक लाइनमैन के लिए जगह खाली होने पर जरूर कोशिश कर रहे हैं क्योंकि कंजूमर की संख्या बढ़ चुकी है और विद्युत कनेक्शन और लंबा क्षेत्र इनके कार्य क्षेत्र में पड़ रहा है,। इनके लिए सहायक लाइनमैन के लिए कोशिश कर रहे हैं ताकि काम का बोझ कम हो और उपभोक्ताओं को सही समय में काम हो सके।

मनोवैज्ञानिक ढंग से या देखने को मिलता है कोई भी हो सेवा करने वाला हो काम का अधिक बोझ रहता है तो उनके ऊपर मानसिक संतुलन उनके लिए अच्छा नहीं रहता चिड़चिड़ापन आना स्वभाविक है। इसी बात को विद्युत उपभोक्ता एवं किसानों को समझना चाहिए।