भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे, एवं राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा, छत्तीसगढ़ के प्रमुख नेताओं से मीटिंग में बैठक में प्रस्ताव आया कि टी एस सिंह देव को उपमुख्यमंत्री दिया जाए, उसे स्वीकार करते हुए केंद्रीय नेतृत्व ने उपमुख्यमंत्री बनाने का पत्र जारी किया, पत्र जारी होते ही छत्तीसगढ़ के टी एस सिंह देव के समर्थकों में काफी उत्सव के माहौल है, आने वाला चुनाव को देखते हुए फिर कार्यकर्ताओं में जोश आ चुकी है, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं टी एस सिंह देव में कई चीजों पर मतभेद सामने आती थी उसे पार्टी ने कमजोरी को देखते हुए उसे दूर दूर करने का कोशिश किया गया है, पिछले दो हजार अट्ठारह के चुनाव में टी एस सिंहदेव घोषणा पत्र बनाने में प्रमुख थे उन्हीं के नेतृत्व में घोषणा पत्र बना और सरकार कांग्रेस की बनी अच्छी सफलता मिली। उसके बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्विटर में शेयर किए, आलाकमान की जो भी निर्णय है उसका समर्थन करते हैं। उपमुख्यमंत्री में सरकार के दूसरे नंबर का होता है उनका कद बढ़ाया गया है, उनको कद को देखते हुए अहम मंत्रालय दिए जा सकते हैं जैसे गृह विभाग विभाग ऊर्जा विभाग जैसे विभाग टीएस सिंह देव को मिल सकते हैं। कुछ मंत्रियों के प्रभार में फेरबदल हो सकती है आने वाला चुनाव को देखते हुए। एवं बस्तर के राजनीतिक समीकरण को देखते हुए मोहन मरकाम को भी, कैबिनेट में लिया जा सकता है।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस चुनाव को देखते हुए किसी भी प्रकार की गुटबाजी ना रहे दो हजार अट्ठारह की तरह सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कह रही है छत्तीसगढ़ की प्रभारी कुमारी शैलजा, बस्तर में आदिवासी समाज के प्रत्याशी उतारने की समाचार को, देखते हुए यह फैसला लिया जा सकता है। चुनाव के लिए बस्तर को जीतना जरूरी होता है जिसका भी बस्तर में अच्छे विधायक मिलते हैं बस्तर संभाग से उन्हीं का सरकार बनना तय होता है। कांग्रेस सरकार किसी भी कमजोरी को तुरंत भापकर वह काम कर रहे कर रही है। सूत्रों की मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस यह निर्णय ले सकती है चौंकाने वाला निर्णय ले सकती है उनके लिए है मास्टर स्टॉक बिल्कुल होगा चुनाव को देखते हुए। क्योंकि यहां विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है और जो मुद्दा उठा रही है उसे जनता हाथ से नहीं ले रहे हैं। सरकार के खिलाफ कोई माहौल नहीं है किसान एवं मजदूर वर्ग कांग्रेस सरकार के सपोर्ट में दिखाई दे रहे हैं और जिसका किसान सपोर्ट में रहते हैं,, उनका छत्तीसगढ़ में सरकार बनना लगभग तय रहती है, भाजपा का किसान विरोधी चेहरा 15 सालों में यहां की जनता देख चुकी है।