भारत की राजनीति में सबसे कम समय में राष्ट्रीय पार्टी बनी आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ में दमखम से चुनाव लड़ने उनके संगठन महामंत्री संदीप पाठक जो छत्तीसगढ़ के बैकग्राउंड से आते हैं फिलहाल राज्यसभा सांसद हैं और उनका आम आदमी पार्टी में संगठन विस्तार में बहुत बड़ा रोल रहता है। 5000 से अधिक कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियों का रायपुर के एक होटल में शपथ ग्रहण संपन्न हुआ। और आने वाले समय में उनके संयोजक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बिलासपुर में कार्यकर्ता सम्मेलन होने जा रहा है जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत मान आ सकते हैं और चुनावी आगाज काफी विस्तार से शुरू हो जाएगा उनके बाद उनके पंजाब और गुजरात एवं दिल्ली के नेताओं का अलग-अलग क्षेत्रों में पहले से ही संगठन विस्तार एवं जनसंपर्क में लगे हुए हैं। छत्तीसगढ़ में अब तक के चुनाव देखें 2003 एवं 2008 और 2013, जिसमें 7 से 12 परसेंट वोट इन दोनों पार्टियों भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ पड़ता है, जनता कांग्रेस बहुजन समाज पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी,और नतीजे देखे तो 5 से 7 सीट ही प्रभावित कर कर पाई है अब तक, और बाकी कांग्रेस के वोट परसेंट में कोई गिरावट नहीं हुआ है इन चुनावों में 2018 के चुनाव में 41 और 42 परसेंट का अंतर रहा है, यानी दोनों पार्टियों में एक परसेंट से दो परसेंट वोट का फर्क रहता है। फिलहाल कांग्रेस मजबूत है क्योंकि भारत भर में सबसे अधिक धान का मूल्य छत्तीसगढ़ में मिल रहा है एवं न्याय योजना के माध्यम से किसानों का ज्यादा प्रभावित कांग्रेस की ओर है, और फिलहाल भाजपा पास इसका कोई तोड़ अभी तक नहीं है। जो छत्तीसगढ़ के किसान हैं जिनको लाभ मिल रहा है नरवा घुरवा बाड़ी एवं भूमिहीन एवं तेंदूपत्ता वनस्पति के अधिक दाम मिलने के कारण आदिवासी क्षेत्रों में भी कांग्रेस का वोट होने वाला विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को ज्यादा नुकसान पहुंचाना मुश्किल दिखाई दे रही है। एवं बेरोजगारी भत्ता से भी जो युवाओं का वोट है वह कांग्रेस को मिल सकता है। एवं मनोवैज्ञानिक ढंग से देखें तो बीजेपी के बड़े नेता नंदकुमार साहू आदिवासी बड़े नेता थे वह कांग्रेस में शामिल हो गए और अधिक नेता कांग्रेस में ही शामिल हो रहे हैं क्योंकि मौसम को भागते हुए कांग्रेस की स्थिति छत्तीसगढ़ में मजबूत है। छत्तीसगढ़ के चुनाव विधानसभा चुनाव केवल विपक्ष में बैठने के लिए लड़ाई होगी जो कौन बैठेगी यह जनता छत्तीसगढ़ की जनता तय करेगी।
राजिम विधानसभा से देखें तो क्षेत्रीयता ज्यादा मुद्दा है कोई विधानसभा का मेंबर अभी तक नहीं बना है और आम आदमी पार्टी से युवा चेहरा चमन यादव लगातार संगठन विस्तार में लगे रहते हैं। छुरा विकास खंड क्षेत्र से आते हैं। इस विकास खंड से राष्ट्रीय पार्टी भाजपा एवं कांग्रेस ने अब तक किसी को उम्मीदवार नहीं बनाया है। और दूसरा वोट बैंक साहू समाज है और साहू समाज की संख्या अधिक है और सभी पार्टियां अधिकतर साहू समाज को टिकट देती है तो साहू समाज के वोटों में बंटवारा होना निश्चित है। और ऐसे समय में पिछड़ा वर्ग के अन्य जातियों का वोट आदिवासी दलित का वोट किस तरफ जाएगा , हालांकि छत्तीसगढ़ के चुनाव में जातिवाद नहीं चलता है। एवं घोषणा पत्र एवं ग्रंटी पत्र किस पार्टी की ओर को जनता विश्वास करती है यह देखने लायक होगा आम आदमी पार्टी बिजली शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार एवं गुड गवर्नेंस के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी, इनको कितना वोट मिलता है कितनी सीटें मिलती हैं या छत्तीसगढ़ का चुनाव परिणाम हंग असेंबली ना हो जाए यह देखने लायक होगा।