बाबा बीजेपी का पिच तैयार करते हैं और कांग्रेस उसी में खेलने लग जाती है सबसे बड़ी गलती यही हुई है और होती भी है, बीजेपी हिंदू हिंदू करती है और कांग्रेस धर्मनिरपेक्ष की बात करती है, और कांग्रेस को लगातार 1989 से नुकसान होते रहा है, उनका वोट बैंक खिसक्कते गया , छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का सरकार है और बाबा धीरेंद्र शास्त्री यही बयान देते हैं भारत को हिंदू राष्ट्र बनाएंगे, बिहार में बाबा इस्पोज हो रहे हैं,भारत को विश्व गुरु कहते है, इसलिए कहते हैं क्योंकि भारत में बिहार है, जिसने पूरी दुनिया जीरो यानी अंक गणित में 0 दिया। नालंदा विश्वविद्यालय जहां पूरी दुनिया के लोग एक समय में शिक्षा ग्रहण करने आते थे लेकिन आज की स्थिति में भारत का कोई भी इनवरर्सिटी नहीं है। जिसको ग्लोबल स्तर में दर्जा प्राप्त है। जिसके पास पैसा है अपने बच्चों को विदेश भेजते हैं फिर शासन करने यहीं आ जाते हैं। नाई के पास बाल काटने का कला रहता है फिर वह उसका धंधा बन जाता है, धीरेंद्र शास्त्री बाबा के पास भी माइंड रीडर करने का कला है अब उसको धंधा बना लिया है। भारत में अंधविश्वास वाले लोगों की संख्या में भी कमी नहीं है जिसके कारण पाखंड का बिजनेस चलता है। भारत में एक ही धर्म होना चाहिए था भारतीय राष्ट्रीयता धर्म पर इसी में कमजोरी है तो हम क्या करें?

बाबा कहते हैं भारत को हिंदू राष्ट्र बनाएंगे और बीजेपी उसका समर्थन करती है, हिंदू मतलब ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र,, ब्राह्मण राज करेंगे, क्षत्रिय कार्यपालिका संभालेंगे, वैश्य न्यायपालिका में रहेंगे, बाकी जाति शूद्र क्या चपरासी बनेंगे?? या बाबा धीरेंद्र शास्त्री और बाबा प्रदीप मिश्रा को ही कैसा हिंदू राष्ट्र बनाना है पूरा प्रस्तावना संदर्भ उन्हीं लोगों को बताना चाहिए या खुद चुनाव लड़ करके सरकार बना लेना चाहिए अपनी पार्टी बना लेना चाहिए क्योंकि भारत लोकतंत्र है।

यह भी बाबा प्रदीप मिश्रा है यह बीजेपी के प्रवक्ता की तरह काम करते हैं, अपना पूजा पाठ कथा वाचन का धंधा के साथ-साथ भारत को अपने प्रवचन में हिंदू राष्ट्र बनाने का घोषणा करते हैं।

बाबा धीरेंद्र शास्त्री ऐतिहासिक पटना के गांधी मैदान में अनुमति मांग रहे थे कार्यप्रणाली को समझते हुए बिहार के प्रशासन ने उनको वहां अनुमति नहीं दिया पटना जिले के स्थित नौबतपुर में कार्यक्रम होना है,, माननीय सुप्रीम कोर्ट ने हेड स्पीच पर कार्यवाही करने का निर्देश है और, बाबा का जबान छत्तीसगढ़ जैसा फैसला तो वहां उनकी खैर नहीं,, बीजेपी के पितामह कहे जाने वाले लालकृष्ण आडवाणी गिरफ्तार हो सकते हैं तो बाबा तो उनसे कम पॉपुलर है।