भारत विश्व की दृष्टि से सोशल मीडिया यूज करते हैं फेसबुक टि्वटर इंस्टाग्राम, जिस देश में 5 किलो अनाज पर पॉलिटिशियन अपना उपलब्धि बताते हैं। उन्हीं नेताओं से एवं सरकारी संस्थाओं से ट्विटर अब ब्लूटिक के लिए प्रति महीना ₹900 वसूली कर रही है। पहले यह नहीं होता था। भारत सरकार भी इस पर कुछ नहीं कर पा रही है। पैसा नहीं देने पर ब्लूटूथ छिन ले रही है। भारत की सत्ता फिलहाल भाजपा के हाथों में है और भाजपा वाले कहते हैं भारत को विश्वगुरु बनाएंगे क्या विश्व गुरु बन आएंगे आपके पास बीजेपी के पास आत्मविश्वासविस है ना जिग़र है ना डेयर है। भारत में कई मिलियन लोग ट्विटर यूज करते हैं और लाखों-करोड़ों पैसा सीधे ब्लूटिक के लिए विदेश जा रहा है। भारत की इकोनामी के लिए पैसा विदेश जा रहा है तो यह बहुत खतरनाक है। भारत सरकार अगर चाहती तो यह नहीं होता। सोशल मीडिया में ब्लूटूथ हाई प्रोफाइल हस्तियों को पहले आटोमेटिक दिया जाता था। अब ब्लू टिक किसी भी को भी पैसा देने पर मिल जाता है। भले ही भारत मंगलयान तक पहुंच गया है लेकिन भारत के पास अभी सोशल मीडिया का खुद का कोई प्लेटफार्म नहीं है इस दृष्टि से भारत दुनिया में बहुत पीछे है। भारत सोशल मीडिया में केवल बाजार की दृष्टि से है। ऐसे प्लेटफार्म चलाने वालों को भी मालूम है केवल शोषण भारत से ही हो सकता है। भारत सरकार अगर चाहे तो ऐसे करने पर सोशल मीडिया को पैसा वसूली करने पर रोक सकती है पर, भारत सरकार भी कुछ नहीं कर पा रही है। क्या भारत सरकार ट्विटर के आगे बिल्कुल कमजोर है? सच्चाई यही है विश्व की दृष्टि से भारत सरकार जो वर्तमान में है बिल्कुल कमजोर स्थिति में है। अगर हम भारत के प्रधानमंत्री होते तो सीधे ट्विटर को कहते हैं भारत के लोगों को जिस को वेरीफाई करना है हम तय करेंगे यहां पर धंधा करना है तो भारत सरकार के हिसाब से धंधा करना होगा। मनमानी बिल्कुल नहीं कर सकते पर भारत सरकार विश्व के दृष्टि से फिलहाल कमजोर है। बीजेपी वाले कहते हैं मोदी जी के पास 56 इंच का सीना है 56 इंच का सीना नहीं है देश चलाने के लिए 56 इंच का जिगर होना चाहिए फिलहाल भाजपा के प्रधानमंत्री के पास नहीं है। वो केवल भाजपा के प्रधानमंत्री हैं देश के प्रधानमंत्री हम नहीं मानते।

- यह है जिला गरियाबंद के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष इनको पैसा देकर के ब्लू टिट मिल गया और सोशल मीडिया का किस तरह इस्तेमाल कर रही हैं अकाउंट वेरीफाई हो गया मतलब यही है। यह केवल उदाहरण है फिलहाल जो स्थानीय विधायक है हाईप्रोफाइल नेता है अमितेश शुक्ला उनका ट्विटर अकाउंट आज तक वेरीफाई नहीं हुआ है अगर चाहे तो वह भी पैसा देकर कर सकते थे। और हमारा भी यही मानना है अगर ₹900 सीधा विदेश में देंगे वही ₹900 आम जनता में खर्चा करेंगे वही देश की भलाई हो सकती है ट्विटर में ब्लूस्टार लेना कोई बड़ी बात नहीं है।
- गुरु ग्लोबल न्यूज़ के संपादक गोल्डन कुमार भी ट्विटर चला रहे हैं ट्विटर के मास्टर भी उनको कहते हैं। मुश्किल से रिचार्ज कराने वाले आदमी गोल्डन कुमार ट्विटर के लिए ₹900 और महिना नहीं दे सकता जिसके पास गलत तरीके से कमाया हुआ पैसा हो वही ट्यूटर को पैसा दे सकता है विदेश के लिए।
- बीजेपी वाले बहुत कहते हैं राष्ट्रवाद अब कहां गया बीजेपी का राष्ट्रवाद पैसा तो विदेश जा रहा है और मुंह से कुछ नहीं खुल रहा है।
- और विपक्ष के नेताओं भी इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोल पा रहे हैं।