जब कांग्रेस का धीरे-धरे वोट बैंक धीरे-धीरे कमजोर होने लगा, आज उनको 2023 _24में जाग रहे हैं। जब वह obc के लिए भारत के संविधान में 27 परसेंट आरक्षण लाया जब कांग्रेस विपक्ष में थी तो उसका भी विरोध की थी, बीजेपी ने तो अपना समर्थन वापस ले कर के बीपी सिंह का सरकार की दिल्ली की सरकार गिरा दिया। कांग्रेस का पतन तो गोल्डन यादव जब पैदा हुए थे 1989 में उसी समय शुरू हुआ। बी पी मंडल के नेतृत्व में, मंडल वर्सेस कमंडल की राजनीति चली। 1989 से पहले भी कॉन्ग्रेस आदिवासी दलित मुसलमानों से वोट लेकर के ब्राह्मणों को मुख्यमंत्री और मंत्री बनाते थे। अब पिछड़ा वर्ग को बनाने लग गए हैं। आईएएस आईपीएस बड़े प्रशासनिक वर्ग एस डी एम डी, मैं इंटरव्यू में ओबीसी एसटी एससी, के अभ्यर्थियों को परीक्षा में अच्छे नंबर लाने के बाद इंटरव्यू में नंबर काट देते हैं कांग्रेस इसका भी विरोध कर देना चाहिए। जज बनते हैं अपर कास्ट से पिछड़ा वर्ग आदिवासी दलित के कुछ गिनती के जज ही देश में है। आज भी देश में बड़े-बड़े पद में उच्च वर्ग का अपर कास्ट का दबदबा है। अब जितनी जनसंख्या उतनी भागीदारी की बात अब कांग्रेस कर रही है इसका मतलब कांग्रेश को एहसास हो गया है इतिहास में हमसे बहुत बड़ा गलती हुआ। पब्लिक अब जागरूक हो गई है। कांग्रेस के हार के कारण भी राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा में पता चल गया। इसलिए तो हम कहते हैं सुबह का भूला शाम को घर आ जाए तो उसे भूला नहीं कहते। जब जागो तभी सवेरा। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने कहा था एक दिन जरूर भाजपा का सूरज उगेगा कमल खिलेगा अब कमल खिल गया अब कमल मुरझायेगा। ऐसे ही कमल नहीं मुरझाएगा राहुल गांधी जी, जितनी जनसंख्या उतनी भागीदारी, पहले अपने संगठन और जहां आप की सरकार है मंत्रिमंडल में लाना होगा, जनसंख्या है उनके हिसाब से टिकट तय करना होगा पिछड़ा वर्ग दलित आदिवासी को जनसंख्या के हिसाब से प्रतिनिधि देना होगा। बाप के बपौती में उनके बेटा को टिकट मिल जाता है, उसके नाती का टिकट अब काटना होगा। जो संगठन में जमीन से जुड़े हुए नेता हैं उनको टिकट देना होगा। जो संगठन के लिए समर्पित और सक्रिय हैं उस को आगे बढ़ाना होगा। जिसके पास काबिलियत है बुद्धि है उनको सम्मान और स्वाभिमान देना होगा। जो कांग्रेसका नहीं, सम्राट अशोक भारत का गौरवशाली इतिहास, से लेकर के मुगल और अंग्रेजों का इतिहास जानता है उनके दूरदृष्टि को समझना होगा।