राहुल गांधी के ऊपर डॉ राम मनोहर लोहिया का आत्मा कैसे घुस गया?

the real politician golden Kumar,राहुल गांधी की सांसद सदस्यता रद्द होते ही, कल कर्नाटक में उनका स्पीच बिल्कुल, अलग था, ऐसे भाषण दे रहे थे वह भाषण आज तक पार्लियामेंट में भी नहीं दे पाए आखिर क्यों? जिसकी जनसंख्या में जितनी भागीदारी उसको आरक्षण में उतना हिस्सेदारी है अरे यह तो स्वर्गीय इंदिरा गांधी के समय से ही डिमांड चल रहा था ऐसा लग रहा है जब जागो तभी सवेरा? मतलब जातीय जनगणना होना चाहिए यूपीए सरकार ने 2011 में किया था, वह आंकड़ा सार्वजनिक कर दीजिए। वर्तमान केंद्र सरकार से कह रहे है। बीजेपी की सरकार 2014 में आया है कांग्रेस के पास समय था आंकड़ा सर्वजनिक कर सकते थे नहीं किया, उससे पहले जाती है जनगणना अंग्रेजों ने किया था, कांग्रेस ने जो किया था आर्थिक सामाजिक जाति जनगणना था, ऐसा लग रहा है कांग्रेस अब केंद्र में सत्ता के लिए ऐसे तड़प रही है जैसे पानी से मछली को बाहर निकाल दो वैसे तड़पती है। जब यूपी और बिहार में कांग्रेस भारी मतों से जीती थी तभी उनका सेंट्रल सरकार बनता था, कांग्रेस को यह एहसास हो चुका है। लेकिन कांग्रेस को यह एहसास होने में 30 साल लग गया। ऐसे लग रहा है राहुल गांधी जोड़ों यात्रा में भारत भ्रमण किए, डॉ राम मनोहर लोहिया, का आत्मा राहुल गांधी के ऊपर घुस गया,,। बिहार से बाबू जगदेव प्रसाद ने कहा था 100 में से 90 भाग हमारा है 90 शोषित है 90 ने ललकारा है। पहला पीढ़ी मारे जाएंगे दूसरा पीढ़ी जेल जाएंगे तब तीसरा पीढ़ी राज करेंगे। जब वह दौर कांग्रेस का था। कांग्रेस में जब सामंत वादियों का दबदबा था तो बाबू जगदेव प्रसाद का भारी विरोध होता था, भारी सभा में बाबू जगदेव प्रसाद को गोली बिल्कुल गले में लगी थी, किसने मारा था? आज तक देश को पता नहीं चला। अब राज कौन करेगा जनता किस पर भरोसा करेगी यह अब राजनीति बिल्कुल अब देखने लायक होगी। उत्तर प्रदेश से काशीराम और डॉक्टर राम मनोहर लोहिया, उसके बाद मुलायम सिंह यादव, यूपी से अब कांग्रेस अस्तित्व के लिए ही संघर्ष कर रही है। देश की जनता सरकार चलती है लेकिन रूलिंग पार्टी अपना अपोजिशन चुनती है और कांग्रेस ने इतिहास में अपना अपोजिशन बीजेपी को चुना था इसलिए आज खुद अस्तित्व उत्तर प्रदेश से खतरे में है। मतलब कांग्रेस ने सब कुछ खो दिया केवल बीजेपी के लिए,और रही बात बिहार की, स्वर्गीय इंदिरा गांधी के समय जेपी आंदोलन बीपी मंडल मुख्यमंत्री जब बने, वीपी सिंह जब केंद्र में प्रधानमंत्री बने, कांग्रेस अब बिहार में भी बिल्कुल उनका वोट बैंक कुछ ही पर्सेंट बचा है। मतलब इतिहास में जो कांग्रेस से गलतियां हुई है उनका एहसास अब हो रहा है इसलिए कहते हैं जब जागो तभी सवेरा लेकिन बहुत देर से एहसास हो रहा है। आज मोदी पूर्ण बहुमत में है तो उनको अहंकार है, कांग्रेस को भी उस समय अहंकार था, बैकवर्ड क्लास के चुने हुए मुख्यमंत्री और लीडर को सरकार को बर्खास्त कर देते थे, अपर कास्ट को बड़े-बड़े पद मिलता था, कांग्रेस में यह दौर धीरे-धीरे खत्म हुआ जब सत्ता छुट्टी। दिल्ली से जब नेता फ्लाइट में बैठते थे तब आकाशवाणी होती थी वहां की सरकार बर्खास्त कर दिया गया फिर फ्लाइट लैंड होते ही पता चलता था हम तो अब मुख्यमंत्री नहीं रहे। ऐसा होता था। इसलिए पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के एक बड़े नेता ने कहा था कांग्रेस ने जो किया सो किया वह पाया,।।। इसका दोषी राहुल गांधी नहीं है।

  • लोकतंत्र है विधानसभा चुनाव है, उसके बाद देश का लोकसभा है, सफेद कुर्ता और पजामा पहन कर के नेता अपना बात जरूर रखेंगे, झूठ भी बोलेंगे, पहले वादा करेंगे फिर सरकार बनते ही उसमें कैटेगरी निकालेंगे, फिर उसमें सफाई भी पेश करेंगे, इन सब होने के बाद भी इंडियन पैनल कोर्ट का 420 का धारा उन पर लागू नहीं होगा।
  • सरकार गुड गवर्नेंस पर होना चाहिए आजादी का अमृत महोत्सव हो गया फिर भी आज तक नहीं है। अंग्रेज अंग्रेजों से आजादी के 2 साल बाद घोटाला का इतिहास शुरू हुआ जो आज तक चल रहा है। भ्रष्टाचार पर देश का संविधान ही कमजोर एवं लचीला बनाया गया है।
  • सरकारें उधारी में चल रही है और सरकार चलाने वाले प्रॉफिट में, सब अपने अपने स्वार्थ के लिए काम कर रहे हैं। कहीं ऐसा ना हो जाए जिसके पास रहेगा कैश वही चलाएगा देश।

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