_गोल्डन कुमार राजनीतिक विशेषज्ञ_2023 के होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा फिर से सत्ता में आने की संभावना बिल्कुल नहीं दिखाई दे रही है। भाजपा के पास ऐसा कोई मुद्दा ही नहीं है जो सत्ता में लौट सके। भाजपा के वोट करने वाले और भाजपा के जो सदस्य हैं एवं बुद्धिजीवी किसान भी है वह भी खुद भाजपा को वोट नहीं देने वाले, उनको भी मालूम है अगर भाजपा शासन में आ गए तो न्याय योजना वाला मिलने वाला राशि बंद कर दिया जाएगा और भाजपा के ही द्वारा 15 कुंटल धान खरीद रहे हैं और उसे 20 कुंटल करने पर आपत्ति जाहिर कर रहे हैं। इतना कैसे खरीद सकते हो। इतना तो छत्तीसगढ़ में उत्पादन ही नहीं होता प्रति एकड़ 20 कुंतल पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा। भाजपा धर्म नामकरण का मुद्दा उठा रही है और आवास का मुद्दा उठा रही है और आवास भूपेश बघेल सरकार ने शुरू कर दिया है और धर्मांतरण कोई ठोस मुद्दा नहीं है। और रही बात ईडी सीबीआई के भ्रष्टाचार पर कार्रवाई की, अब तक ईडी के पास कोई ठोस सबूत नहीं लगा है अगर लगा होता तो कांग्रेस के नेता जेल में होते अभी तक नहीं कर पाई है। और छत्तीसगढ़ जनता को भी मालूम है जिसका केंद्र में सरकार उसका ईडी और सीबीआई और संवैधानिक संस्थाए उसके हिसाब से काम करती हैं। राजनीति में जनता का भरोसा जीतना चुनाव से ज्यादा अहमियत रखती है अगर भाजपा भी लोकलुभावन वादा करती है जनता उस पर भरोसा नहीं बता सकती क्योंकि आने वाले 15 साल के उनके कार्यकाल देख चुकी है जो कई घोषणा करने के बाद सत्ता में आने के बाद नहीं किया जैसे धान का बोनस,, ना किसानों के लिए कोई बड़ा डैम निर्माण कराई,, अब कांग्रेस के कार्यकाल में बने डैम के लिए अतिरिक्त नहर के लिए डिमांड कर रहे हैं जो अपने कार्यकाल में भूमि अधिग्रहण कुछ कार्य 15 सालों में नहीं किया, उदाहरण गंगरेल और सिकासेर जलाशय, और कई ऐसे मुद्दे हैं जो केंद्र में भाजपा सरकार है और यहां छत्तीसगढ़ के लिए अच्छे कार्य नहीं हो रहे हैं उसमें दोषी छत्तीसगढ़ की जनता भाजपा को ही समझ रहे हैं क्योंकि केंद्र में उनका सरकार है।
छत्तीसगढ़ 2023 के चुनाव में BJP रहेगी सत्ता से बेरोजगार जनता पार्टी?
No comments to show.