लगातार गैस के दाम में वृद्धि से उसके यूज करने वाले गृहिणी अब लकड़ी और गोबर के कंडे का उपयोग करने लग गए हैं। एकदम आपातकालीन स्थिति में गैस का उपयोग होने लग गया है, एवं बिजली के दामों में भी लगातार वृद्धि भी बहुत असर प्रभावित कर रहा है, इलेक्ट्रॉनिक हीटर सबसे अधिक बिजली खपत करती है,घर में जो सेप्टिक टैंक है उससे खाना भी बन सकता है,, गैस ऊर्जा को थर्मल पावर बनाकर विद्युत उत्पादन भी किया जा सकता है,,, देश इस तरह महंगाई से छुटकारा और आत्मनिर्भर बन सकता है,,**_देश के सबसे प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने यह ब्यान कुछ साल पहले दिया था नाली के गैस से चाय बनाने का, बर्तन को छेदा कर दो और पाइप को अपने चूल्हा तक लाओ, चाय भी बन सकती है, कम लागत में मुनाफा मिल सकता है,_पशुपालन के साथ-साथ गोबर गैस से भी बिजली उत्पादन किया जा सकता है सरकार को इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है एवं जनता को राहत दिया जा सकता है इसमें सब्सिडी देकर के ऐसे योजना शुरू करना चाहिए। इसमें अपने निजी क्षेत्र में बिजली उत्पादन किया जा सकता है एवं सौर ऊर्जा में काफी सब्सिडी शासन को कंपनियों को देना पड़ता है इसमें कम लागत में भी अच्छे उत्पादन आमदनी हो सकती है।