एक कहावत तो आपने सुनी होगी “एक अनार सौ बीमार”भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, जब से छत्तीसगढ़ में प्रदेश ब्यान दीये है में 40% नए उम्मीदवारों को मौका दिया जाएगा यह बयान दिए हैं। कई दावेदार दिखाई दे रहे हैं। जैसे लोकसभा चुनाव 2019 की तरह पूरा लोकसभा का 11 के 11 कैंडिडेट बदल दिए थे वैसे आने वाला समय में विधानसभा में भी हो सकती है। भारतीय जनता पार्टी में अनुशासन का अलग ही महत्व है। बागी तेवर वाले विधायक कम दिखाई देते हैं। जो बगावत किए हैं उसका पार्टी में पूरा किनारा कर दिया जाता है। पार्टी में तो रखते हैं लेकिन उनका वैल्यू और कम कर देते हैं जैसे आज भी उमा भारती के साथ हो रहा है जो मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। यहां से पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय, पूर्व सांसद महासमुंद एवं राजिम के पूर्व विधायक, चंदूलाल साहू। वर्तमान महासमुंद सांसद चुन्नीलाल साहू। टिकट चयन करने में एवं उम्मीदवार चयन करने में इनकी प्रमुख भी भूमिका हो सकती है। लेकिन श्री गुरु ग्लोबल न्यूज के संपादक गोल्डन कुमार को ओम माथुर का नया कैंडिडेट का साइकोलॉजी मनोविज्ञान समझ नहीं आ रहा है! सोशल मीडिया में देखें तो कई उम्मीदवारों के समर्थक दिखाई देते हैं। सबसे ज्यादा समर्थक फ्लोवर्स डां.श्वेता शर्मा पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गरियाबंद के पास है उनके समर्थक उनको विधानसभा के उम्मीदवार बताते हैं। ओम माथुर के बयान के हिसाब से नया मतलब कैसा नया! डॉ श्वेता शर्मा तो 2013 के विधानसभा चुनाव में पार्टी से बगावत करके निर्दलीय विधायक के रूप में चुनाव लड़ी थी। सोशल मीडिया देखे तो एक और नाम आता है, क्षेत्र क्रमांक 2 से जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू, 2018 विधानसभा चुनाव में जोगी कांग्रेस जनता कांग्रेस से चुनाव लड़ चुके हैं तीसरे नंबर पर रहे इनको बहुत वोट मिला लगभग 20,000 से अधिक, नए मतलब यह भी क्या उम्मीदवार हो सकते हैं? अब तीसरे नंबर पर आते हैं डॉ रुपसिंग साहू, 2018 में टिकट मांगे थे राजधानी रायपुर में इनके समर्थक टिकट के लिए काफी प्रदर्शन भी किए थे पर टिकट नहीं मिल पाया। उस समय पार्टी के अनुशासन को कायम रखें, और आने वाला समय का इंतजार को देखते हुए धैर्य रखकर काम किए। इनको क्षेत्र में गरीबों के मसीहा के नाम से जानते हैं, राजधानी रायपुर में कई गरीबों को बीमारों का इलाज करवाने में काफी योगदान रहता है। राजधानी रायपुर में चिकित्सक सलाह भर्ती आदि करवाने में काफी योगदान रहता है। अब केवल टिकट के लिए दो ही नाम शेष है उसमें पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ रामकुमार साहू इनका संगठन काफी मजबूत है एवं वर्तमान जिला अध्यक्ष गरियाबंद राजेश साहू राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े थे और इनका भी काफी संगठन मजबूत है। लोकल छुरा क्षेत्र से आते हैं। क्षेत्रीयता को देखें तो लोकल छुरा से आज तक कोई कैंडिडेट नहीं बनाया गया है। लेकिन लोकल राजिम क्षेत्र एवं पूरे छत्तीसगढ़ में धीरे-धीरे चुनावी माहौल का मूड बन रहा है जनता भी चुनाव राजनीतिक लोकतंत्र का त्यौहार का लिए उत्सुक है।



श्री गुरु ग्लोबल न्यूज़ गोल्डन कुमार यादव।