????????????????????????????????????????????????**छत्तीसगढ़ से दुर्ग से आईपीएस अधिकारी डॉक्टर अभिषेक पल्लव, अपराधी से बात करते हुए उसका मजाक बनाते हुए कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, क्या वाह संविधान के हिसाब से ठीक है? क्या देश के अन्य एसपी को ऐसा करना चाहिए!**_जब भारत का संविधान बना था उस समय सोशल मीडिया मोबाइल फोटो वीडियो बनाने वाला नहीं आया था पर बिज_बिच में आईटी एक्ट है संशोधन किया गया,हैं_**भारत के संविधान में प्रत्येक नागरिक को मौलिक अधिकार मिला हुआ है, क्या उसका मौलिक अधिकार का दुर्ग के एसपी हनन नहीं कर रहे हैं? पहले अपराधी आरोपी को पुलिस पकड़ती थी तो उसे मीडिया में शेयर करने से पहले उसके मुंह में नकाब लगाती थी यह सब सिलसिला क्या कानून,में,बंद कर दिया गया है?***पुलिस का काम अपराधी को पकड़ना और सजा देना माननीय कोर्ट का काम है मजिस्ट्रेट जज का काम है, क्या अब कोर्ट का काम को पुलिस को ही दे देना चाहिए?****दुर्गा पुलिस का कार्य प्रणाली अपराधियों को पकड़ने में प्रशंसनीय है, उनकी भूमिका अच्छी है, आरोपी से बात करते हुए उसका फोटो वीडियो भी अन्य साथ में रहने वाले पुलिसकर्मी हंसते हुए मजाक बनाते हुए वीडियो भी रिलीज करते हैं क्या ऐसा अब कानून में भी प्रावधान कर देना चाहिए***दुर्ग एसपी जब सोशल मीडिया में वीडियो रिलीज करते हैं तो कई लोग अच्छा पसंद करते हैं लेकिन कई लोग ऐसा वीडियो रिलीज करने और मजाक बनाना सही नहीं मानते*_क्या छत्तीसगढ़ केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस पर दखल देना चाहिए एवं माननीय कोर्ट को कुछ कार्य एवं दिशा निर्देश जारी करना चाहिए क्या आप वीडियो रिलीज करते हुए निजी चैनल को फायदा पहुंचाने वाला काम कर रहे हैं_**दुर्ग का एसपी कहते हैं वीडियो में मैं साइकोलॉजिकल डॉक्टर हूं, चेहरा देख कर के सब जान जाता हूं, बिना टेस्ट के जान जाता हूं, तुम पर कौन सा बीमारी है,**_चाकू रखते हो कहां से मंगाए हो ऑनलाइन मंगाये हो, क्या ऑनलाइन चाकू बेचने वाले के लिए कुछ दुर्ग एसपी लेटर भेजे हैं, ऑनलाइन चाकू बेचने वालों के खिलाफ कुछ कार्रवाई कीये है, इनके हिसाब से ऑनलाइन में चाकू मंगाने वाला ही गुनहगार है लेकिन ऑनलाइन में चाकू बेचने वाला बड़ा एवं रहीस बहुत पैसे वाला आदमी है उस पर दुर्ग का एसपी का प्रतिक्रिया कुछ प्रतिक्रिया नहीं दिखाई देती,_