जिला गरियाबंद के विकासखंड छुरा,में, विकासखंड में आधार कार्ड से कई कार्य होने लग गए हैं लेकिन कई लोगों का आधार कार्ड राशन कार्ड लेने समय एवं गरीब मजदूरों को भुगतान के समय आधार कार्ड के फिंगरप्रिंट अपडेट नहीं होने के कारण अपडेट कराने के लिए भटकना पड़ रहा है, सबसे अधिक मनरेगा मजदूरों को फिंगरप्रिंट अपडेट कराने के लिए अधिक भीड़ लग रही है।भटकने के साथ-साथ गरीब लोगों से शोषण हो रहा है। उनके दुकान में ग्लोबल न्यूज़ के संपादक गोल्डन कुमार ने पूछा आधार कार्ड फिंगरप्रिंट अपडेट कराने के लिए कितना रुपए लेते हैं अजय चवाइस सेंटर,ने कहा ₹100, यह सब रेट ठीक से है और ऊपर से यह रेट तय हो चुका है यह सब सिस्टम में है और कोई अवैध नहीं है। तो सवाल यह पैदा होता है किसी का उंगली का फिंगरपट उनके सिस्टम में नहीं बता रहा है असहाय लोगों को अपडेट कराना पड़ रहा है इसमें आम आदमी का कोई कसूर नहीं है। उनसे पैसा वसूली करना बिल्कुल गलत है यह सब प्रक्रिया कम शुल्क में सरकार और प्रशासन को करना चाहिए। एक आदमी से ₹100 ले रहे हैं और प्रत्येक अगर लाखों और करोड़ों लोगों से यह वसूली ₹100 का जोंड़ कर देखें तो यह अरबों खरबों में भी जा सकता है। अगर सचमुच में यह ₹100 वसूली करना सही है तो चॉइस सेंटर का, आईडी जिला प्रशासन अपने अनुमति से देता है,₹100 वसूली करने का जिला प्रशासन ने इनको आर्डर दिया है तो यह बिल्कुल गलत है। शासन तक यह बात जरूर जाना चाहिए क्योंकि आने वाला समय में चुनाव है छोटे-छोटे चीजों पब्लिक को प्रभावित करती है। जनता से बेवजह वसूली जायज नहीं है।