जून-जुलाई 2022 में खरीफ फसल, फसल में भी किसान लोग केसीसी कर्जा एवं खाद के लिए खड़मा समिति में भटक रहे थे,, उस समय केसीसी कर्ज वसूली में गड़बड़ियां सामने आई थी, वहां के कर्मचारी पवन यादव और भूपेंद्र यादव को गिरफ्तार किया गया था फिलहाल, कोर्ट में मामला चल रहा है और फिलहाल जमानत में है। जिला प्रशासन के निर्देश पर इसका जांच थाना छुरा पुलिस कर रही है। जितना जांच किया गया है थाना प्रशासन के द्वारा माननीय कोर्ट के समक्ष चालान पेश हो चुका है। लेकिन अब यह समझ में नहीं आ रहा है किसानों को रबी फसल 2023,के लिए खाद मिलने में दिक्कत क्या हो रहा है? खड़मा पंजीयन क्रमांक 1183, से अलग होकर नया समिति पंक्तियां और लोहझर बना है वहां ऐसा कोई दिक्कत नहीं आ रहा है। चलो मान लेते हैं शासन का नया नियम सिंचित भूमि में पटवारी के माध्यम से नक्शा खसरा में भूमि का सिंचित करवाना है,, किसानों के ऑनलाइन, सिंचित भूमि होना जरूरी है, तब किसानों को रवि फसल के लिए कर्जा मिलना सुनिश्चित होगा। फिलहाल रवि फसल की धान एवं गेहूं में किसानों को, खाद डालना जरूरी है समय पर खाद जरूरी है, इसमें शासन और प्रशासन को चाहिए जो भी इसमें दोषी हैं उस पर कार्रवाई करें और किसानों को समय पर खाद मिलना चाहिए यह सुनिश्चित करें। केसीसी कर्ज वसूली में उस समय के प्रबंधक मैनेजर एवं सुपरवाइजर किनका कितना-कितना दोषी है यह निश्चित समय में जांच करना जरूरी है। अब जानकारी मिला है उस समय का सुपरवाइजर का ट्रांसफर हो चुका है वर्तमान समय में जो काम कर रहे हैं उनको किसानों से सुनना पड़ रहा है। रबी फसल सिंचित भूमि का रकबा लगातार बढ़ रहा है और बैंक के माध्यम से पता चल रहा है लिमिट कम कर दिया गया है.