आधार कार्ड पैसा निकासी में होता है लूटपाट?

आजादी का 75 साल हो गया,, एवं सबसे अच्छा कार्य स्वर्गीय इंदिरा गांधी को कहा जाता है जो प्राइवेट बैंकों को एक साथ जोड़ कर के राष्ट्रीयकरण किया,, लेकिन अब मोदी सरकार कई राष्ट्रीय बैंकों को जोड़ करके उसकी संख्या अब कम हो गई है। कुछ समय पहले देना बैंक और विजया बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा में मर्जर किया गया,, देश में सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया है। उसके बाद पंजाब नेशनल बैंक। मोदी सरकार ने जब नोट बंदी का फैसला लिया था तो उस समय ऐलान किया गया था ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में एवं आधार ट्रांजैक्शन में किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा। लेकिन अब स्थिति अलग है, गरीब मजबूर लोगों से ग्रामीण क्षेत्र में शोषण हो रहा है,₹1000 का ट्रांजैक्शन में 15 से ₹20 लिया जा रहा है बैंक खाताधारक से, आज कई लोग ऑनलाइन ट्रांजैक्शन का उपयोग करने लग गए हैं लेकिन कई लोगों के इसका उपयोग नहीं करते, उनके साथ भी पैसा निकासी में ग्रामीण क्षेत्रों में लूटपाट होता है। हजार रुपए के कैश ट्रांजैक्शन में,₹10 लिया जाता है। जिला गरियाबंद के छुरा विकासखंड के सबसे अच्छा फैसला बैंक ऑफ बड़ौदा ने लिया है,। ग्रामीण क्षेत्र के ग्राहकों के साथ बड़ा गड़बड़ी हो रहा है उनके पैसा ट्रांजैक्शन में आधार ट्रांजैक्शन में लोग उनसे गलत तरीके से वसूली कर रहे हैं, तो बैंक ऑफ बड़ौदा ने आधार निकासी की सारे आईडी ब्लॉक कर दिये । एवं अलग-अलग क्षेत्र में ग्राहकों को सुविधा के लिए उनके दिए गए आईडी में ग्राहकों से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है ऐसा सुविधा बैंक ऑफ बड़ौदा ने शुरू किया है उसके लिए श्री ग्लोबल न्यूज़ की ओर से धन्यवाद आभार। ग्रामीण क्षेत्र में चौक चौराहों के दुकानदार पैसा से पैसा वसूली का धंधा बना रहे हैं। जो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गाइडलाइन के खिलाफ है। जिला प्रशासन गरियाबंद को इस पर विचार करना चाहिए इसमें कुछ रोकथाम के लिए। पैसा निकासी में ग्राहकों से अवैध वसूली करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए या प्राइवेट बैंक जो इस प्रकार का कार्य कर रहे हैं, करवाई करना चाहिए। जिला गरियाबंद के छुरा फिंगेश्वर विकासखंड का ये हाल है तो ट्राईबल क्षेत्र में कितना वसूली होता होगा देवभोग और मैनपुर का आप कल्पना कर सकते हैं। एवं श्री गुरु गुरु ग्लोबल डिजिटल न्यूज़ आप से अपील करती है, आपके प्रिंट मीडिया जनहित के मुद्दे अगर नहीं उठा रहे हैं तो ऐसे अखबार पढ़ना बंद कर दीजिए एवं अखबार मंगाना बंद कर दें जो आपके जनहित के मुद्दे नहीं उठा पा रहे हैं। जितना कमीशन रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एसबीआई पंजाब नेशनल बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा को निकासी में नहीं देते उससे कई गुना तो चौक चौराहे के दुकानदार वसूली कर रहे हैं। गलत तरीके से पैसा वसूली करना एक प्रकार का आर्थिक अपराध है।

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