विद्युत वितरण कंपनी राजिम संभाग के मुख्य कार्यपालन यंत्री, एलके साहू ने, विद्युत उपभोक्ता के पास अमानत राशि के नाम पर किए जा रहे भ्रामक प्रचार के बारे में विस्तार से बताया। उदाहरण के लिए कोई उपभोक्ता ₹100 का यूनिट खपत करता है उससे 12 से भाग करके 2 से गुणा किया जाता है, यानी ₹200, के बराबर अमानत राशि होगी, अगर उपभोक्ता के खाते में डेढ़ सौ रुपया है तो मात्र ₹50 ही बिजली कंपनी के द्वारा उपभोक्ता से अमानत राशि वसूल करेगी। अमानत राशि विद्युत उपभोक्ता के खाते में राशि मार्च अप्रैल के महीने में राशि समायोजन किया जाता है। एवं अक्टूबर महीने में अमानत राशि की गणना किया जाता है। राजिम संभाग में, लगभग 96000 से अधिक उपभोक्ता है। जिन उपभोक्ता के खाते में विद्युत खबर के हिसाब से अमानत राशि कम है उन्हें उपभोक्ता से अमानत राशि लिया जा रहा है। एवं अमानत राशि विद्युत विच्छेदन के बाद अमानत राशि का समायोजन किया जाता है। अगर किसी उपभोक्ता को लगता है अमानत राशि अधिक लिया जा रहा है तो नजदीकी बिजली विभाग के कार्यालय में जानकारी ले सकते हैं। बिजली नहीं सोना है व्यर्थ नहीं इसको खोना है । बिजली का सदुपयोग करें और बिजली बचाएं।